देहरादून: उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। एक महिला, हेमलता, अपने शराबी पति की क्रूरता से तंग आकर जिलाधिकारी (डीएम) सविन बसंल के पास पहुंची और अपनी जान बचाने की गुहार लगाई। हेमलता ने बताया कि उनका पति, जो अर्धसैनिक बल में कार्यरत है, रोज शराब पीकर उनसे और उनकी 10 साल की मासूम बेटी से मारपीट करता है। हालात तब और भयावह हो गए जब पति ने उन्हें और उनकी बेटी को आग लगाकर या तेजाब डालकर मारने की कोशिश की। हेमलता ने डीएम से न सिर्फ अपनी और बेटी की जान की सुरक्षा मांगी, बल्कि जीवनयापन के लिए आर्थिक मदद की भी अपील की।
डीएम ने लिया त्वरित एक्शन
डीएम सविन बसंल ने इस गंभीर मामले को तुरंत संज्ञान में लिया और ऑनलाइन FIR दर्ज करने के निर्देश दिए। साथ ही, कलेक्ट्रेट के प्रभारी अधिकारी को तत्काल कार्रवाई करने का आदेश दिया गया। डीएम कार्यालय में इस तरह के मामले अब आम हो गए हैं, जहां लोग अपने परिजनों, पड़ोसियों या रिश्तेदारों द्वारा प्रताड़ना की शिकायत लेकर पहुंच रहे हैं। डीएम ने बताया कि जनता दर्शन में हर दिन 5-7 ऐसे मामले सामने आ रहे हैं, जिनमें लोग अपनी शिकायतें लेकर आते हैं।
ऑनलाइन FIR से मिल रही राहत
जिलाधिकारी कार्यालय ने प्रताड़ना के मामलों को गंभीरता से लेते हुए ऑनलाइन FIR दर्ज करने की सुविधा शुरू की है। इन मामलों की निगरानी भी की जा रही है ताकि पीड़ितों को जल्द से जल्द न्याय मिल सके। अब तक देहरादून में 110 से ज्यादा ऑनलाइन FIR दर्ज हो चुकी हैं। यह कदम उन लोगों के लिए उम्मीद की किरण बना है जो अपने घरों में हिंसा और उत्पीड़न का शिकार हो रहे हैं।
महिलाओं की सुरक्षा के लिए सख्त कदम
हेमलता जैसे मामलों ने एक बार फिर समाज में महिलाओं की सुरक्षा और उनके अधिकारों की बात को उठाया है। डीएम कार्यालय का यह प्रयास न केवल पीड़ितों को त्वरित राहत दे रहा है, बल्कि अपराधियों को सजा दिलाने में भी मदद कर रहा है। हेमलता की कहानी उन तमाम महिलाओं की आवाज है जो घरेलू हिंसा का शिकार हो रही हैं और चुपचाप सह रही हैं।
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