हरियाणा के मेहनती किसानों के लिए एक अच्छी खबर लेकर सैनी सरकार आई है। अब खेतों में पानी की समस्या से जूझ रहे किसानों को सोलर पंप की सौगात मिलने वाली है। प्रदेश सरकार ने पीएम कुसुम योजना के तहत इस पहल को शुरू किया है, जिसके लिए आवेदन की प्रक्रिया सरल पोर्टल (saralharyana.gov.in) पर जल्द शुरू होने जा रही है।
यह योजना न सिर्फ किसानों की मुश्किलें कम करेगी, बल्कि पर्यावरण को भी सहारा देगी। आइए, इस खबर को करीब से समझते हैं कि यह आपके लिए कैसे फायदेमंद हो सकती है।
सोलर पंप: खेतों में नई क्रांति की शुरुआत
हरियाणा सरकार ने किसानों को सोलर पंप लगवाने के लिए 6 अलग-अलग श्रेणियों में आवेदन मंगवाए हैं। अगर आप भी अपने खेत में सूरज की ऊर्जा से पानी की जरूरत पूरी करना चाहते हैं, तो 8 अप्रैल 2025 से शुरू होने वाली इस प्रक्रिया में हिस्सा ले सकते हैं। आवेदन की आखिरी तारीख 21 अप्रैल 2025 है।
इस दौरान आप सरल पोर्टल पर जाकर अपनी जरूरत के हिसाब से सोलर पंप की क्षमता और प्रकार चुन सकते हैं। इतना ही नहीं, आपको अपनी पसंद की कंपनी भी चुनने की आजादी होगी। लेकिन ध्यान रहे, इस योजना का लाभ उठाने के लिए आपको अपना हिस्सा भी जमा करना होगा। यह एक ऐसा मौका है, जो आपके खेतों को नई ताकत दे सकता है।
कौन ले सकता है इस योजना का लाभ?
हरियाणा सरकार ने इस योजना के लिए कुछ शर्तें रखी हैं, ताकि सही किसानों तक इसका फायदा पहुंचे। इसके लिए आपके पास हरियाणा का परिवार पहचान पत्र (PPP) होना जरूरी है। साथ ही, आपके परिवार के नाम पर पहले से कोई सोलर कनेक्शन नहीं होना चाहिए। अगर आपके नाम पर बिजली से चलने वाला पंप या कृषि भूमि की जमाबंदी दर्ज है, तो आप इस योजना से बाहर रह जाएंगे।
इसके अलावा, हरियाणा जल संसाधन प्राधिकरण (HWRA) के सर्वे के आधार पर जिन गांवों में भूजल स्तर 100 फीट से नीचे चला गया है, वहां के किसानों को सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली या अंडरग्राउंड पाइपलाइन लगाना होगा। हालांकि, धान उगाने वाले उन किसानों को इस योजना से वंचित रखा गया है, जिनके इलाके में भूजल स्तर 40 मीटर से नीचे पहुंच चुका है।
कैसे करें तैयारी?
अगर आप इस योजना का हिस्सा बनना चाहते हैं, तो अभी से तैयारी शुरू कर दें। अपने दस्तावेजों को जांच लें और जरूरी जानकारी के लिए हरियाणा नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा विभाग की वेबसाइट (hareda.gov.in) पर जाएं। वहां आपको 2025-26 की इस स्कीम की सारी शर्तें और नियम मिल जाएंगे। यह योजना न सिर्फ आपके खेतों के लिए बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए भी एक बड़ा कदम साबित हो सकती है।
क्यों खास है यह योजना?
हरियाणा में भूजल स्तर का लगातार नीचे जाना चिंता का विषय रहा है। ऐसे में सोलर पंप न सिर्फ बिजली की बचत करेंगे, बल्कि पानी के संकट को भी कम करने में मदद करेंगे। यह योजना किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी एक कदम है। तो देर न करें, इस सुनहरे मौके का फायदा उठाएं और अपने खेतों में सूरज की रोशनी से नई उम्मीद जगाएं।
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