गर्मी हो या बारिश, लूज मोशन यानी दस्त की समस्या किसी को भी परेशान कर सकती है। पेट में मरोड़, बार-बार टॉयलेट जाना और कमजोरी की वजह से रोजमर्रा का काम मुश्किल हो जाता है। लेकिन घबराने की जरूरत नहीं! हमारे पास हैं चार आसान और आजमाए हुए देसी उपाय, जो लूज मोशन को जल्दी ठीक करने में मदद करेंगे। ये नुस्खे न केवल प्राकृतिक हैं, बल्कि घर में आसानी से उपलब्ध सामग्री से बनाए जा सकते हैं। आइए, जानते हैं इन उपायों के बारे में और कैसे ये आपको तुरंत राहत दिला सकते हैं।
1. नमक-चीनी का घोल: तुरंत हाइड्रेशन
लूज मोशन के दौरान शरीर से पानी और जरूरी नमक तेजी से निकल जाते हैं, जिससे कमजोरी बढ़ती है। इसे रोकने के लिए नमक-चीनी का घोल यानी घर का ओआरएस सबसे कारगर उपाय है। एक गिलास पानी में आधा चम्मच नमक और एक चम्मच चीनी मिलाएं। इसे दिन में 3-4 बार थोड़ा-थोड़ा पिएं। यह घोल शरीर में पानी की कमी को पूरा करता है और पेट को शांत करने में मदद करता है। ध्यान रखें कि इसे साफ पानी में ही बनाएं और ज्यादा मात्रा में न लें।
2. केले का जादू: पेट को दे आराम
पका हुआ केला लूज मोशन में किसी जादू से कम नहीं। इसमें मौजूद पोटैशियम और फाइबर पेट को स्थिर करने में मदद करते हैं। दिन में 2-3 पके केले खाएं, लेकिन इन्हें अच्छे से चबाकर खाएं। केला न केवल दस्त को कम करता है, बल्कि शरीर को तुरंत ऊर्जा भी देता है। अगर आपको केला पसंद नहीं, तो इसे दही के साथ मिलाकर खा सकते हैं। यह संयोजन पेट के लिए और भी फायदेमंद होता है।
3. अदरक और शहद: प्राकृतिक एंटीबैक्टीरियल
अदरक और शहद का मिश्रण लूज मोशन को रोकने का एक पुराना देसी नुस्खा है। अदरक में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, जो पेट के इंफेक्शन को कम करते हैं, जबकि शहद पाचन को दुरुस्त करता है। आधा चम्मच अदरक का रस निकालें और इसमें एक चम्मच शहद मिलाकर दिन में दो बार लें। यह मिश्रण पेट की जलन को शांत करता है और दस्त को जल्दी रोकने में मदद करता है। छोटे बच्चों को देने से पहले डॉक्टर की सलाह लें।
4. चावल का मांड: पेट का सबसे हल्का आहार
चावल का मांड लूज मोशन में सबसे हल्का और प्रभावी उपाय है। चावल को उबालते समय जो पानी निकलता है, उसे छानकर हल्का गुनगुना होने पर पिएं। इसमें स्टार्च होता है, जो पेट को बांधने में मदद करता है। आप इसमें एक चुटकी नमक भी मिला सकते हैं। दिन में 2-3 बार चावल का मांड पीने से दस्त में कमी आती है और पेट को आराम मिलता है। यह उपाय खासकर बच्चों और बुजुर्गों के लिए बहुत फायदेमंद है।
कब जाएं डॉक्टर के पास?
ये देसी उपाय ज्यादातर मामलों में तुरंत राहत देते हैं, लेकिन अगर लूज मोशन 2-3 दिन से ज्यादा रहे, बुखार हो, या मल में खून दिखे, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। खासकर बच्चों और बुजुर्गों में डिहाइड्रेशन का खतरा ज्यादा होता है, इसलिए सावधानी बरतें। साथ ही, साफ पानी पिएं और बाहर का खाना खाने से बचें।
स्वस्थ रहने के लिए सावधानियां
लूज मोशन से बचने के लिए कुछ आसान सावधानियां बहुत जरूरी हैं। हमेशा साफ और उबला हुआ पानी पिएं। खाना खाने से पहले और टॉयलेट के बाद हाथ अच्छे से धोएं। गर्मी में बासी या बाहर का खाना खाने से बचें। फल और सब्जियों को अच्छे से धोकर खाएं। ये छोटे-छोटे कदम आपको इस परेशानी से दूर रख सकते हैं।
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