Aaj Ka Panchang 25 October 2025 : 25 अक्टूबर 2025 को कार्तिक मास का 19वां दिन है, और हिंदू कैलेंडर के मुताबिक यह शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि है। ये तिथि सुबह 3:48 बजे से शुरू होकर अगले दिन 26 अक्टूबर को सुबह तक चलेगी।
चतुर्थी का नाम ही बताता है कि ये भगवान गणेश से जुड़ा है, और आज वरद चतुर्थी व्रत भी है। घर-घर में गणेश जी की पूजा की तैयारी चल रही होगी, क्योंकि ये व्रत विघ्नों को दूर करने और बुधि-विवेक बढ़ाने के लिए जाना जाता है।
सूर्योदय के साथ दिन की शुरुआत होती है। दिल्ली जैसे शहरों में सूर्य देव सुबह 6:28 बजे उदय होंगे, जबकि सूर्यास्त शाम 5:47 बजे होगा। चंद्रमा वृश्चिक राशि में रहेंगे, जो भावनाओं और गहराई का प्रतीक है। नक्षत्र की बात करें तो ज्येष्ठा नक्षत्र पूरे दिन प्रभावी रहेगा, जो मेहनत और नेतृत्व की ऊर्जा देता है। योग में सौभाग्य योग बनेगा, जो सुबह 5:55 बजे से अगले दिन तक चलेगा।
ये संयोग किसी भी नए काम की शुरुआत के लिए बेहतर साबित हो सकता है। करण की दृष्टि से तैतिल करण सुबह तक रहेगा, उसके बाद गर करण शुरू होगा। शनिवार होने से शनि देव की पूजा पर भी जोर रहेगा, लेकिन ज्यादा कठोर फैसले लेने से पहले पंचांग की सलाह लें।
शुभ मुहूर्त: कार्यों के लिए अनुकूल समय
दिन भर में कई शुभ मुहूर्त हैं, जो व्यस्त जीवन में आसानी से फिट हो जाते हैं। अभिजीत मुहूर्त, जो सबसे शुभ माना जाता है, दोपहर 12:02 से 12:57 बजे तक रहेगा। इस दौरान विवाह, नामकरण या कोई महत्वपूर्ण सौदा तय करना फायदेमंद हो सकता है। ब्रह्म मुहूर्त सुबह 4:52 से 5:40 बजे तक है, जो ध्यान-पूजा के लिए आदर्श।
अगर आप गृह प्रवेश या यात्रा की सोच रहे हैं, तो दोपहर 1:30 से 3:00 बजे का समय देखें। चौघड़िया के अनुसार, लंबी यात्रा के लिए दोपहर 3:00 से 4:30 बजे तक का अमृत काल चुनें। ये समय न सिर्फ पारंपरिक मान्यताओं पर टिके हैं, बल्कि व्यावहारिक जीवन में भी काम आते हैं, खासकर जब फैमिली के साथ फैसले लेने हों।
राहुकाल और अशुभ अवधि: सावधानी बरतें
हर पंचांग में राहुकाल का जिक्र जरूरी होता है, क्योंकि ये वो समय है जब बड़े फैसले टालना बेहतर। आज शनिवार को राहुकाल दोपहर 1:30 से 3:00 बजे तक रहेगा। इस दौरान शुभ कार्य शुरू न करें, वरना बाधाएं आ सकती हैं। यमगंड भी सुबह 9:00 से 10:30 बजे तक रहेगा, तो सुबह के रूटीन को साधारण रखें। गुलिक काल शाम 6:18 से 8:00 बजे तक होगा।
दिशा शूल की बात करें तो आज पूर्व दिशा में यात्रा से बचें। ये सभी समय दिल्ली-एनसीआर के हिसाब से हैं, लेकिन दूसरे शहरों में थोड़ा बदलाव हो सकता है। सादगी से इनका पालन करें, तो दिन सुगम बीतेगा।
कार्तिक मास में चतुर्थी का आना जैसे कोई सौगात है। वरद चतुर्थी व्रत रखने वाले गणेश जी को दूर्वा और मोदक चढ़ाते हैं, और शाम को पारण करते हैं। ये दिन न सिर्फ धार्मिक, बल्कि पारिवारिक एकता का भी प्रतीक है। अगर आप ऑफिस या घर के कामों में उलझे हैं, तो आज के सौभाग्य योग का फायदा उठाएं।
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