Haryana News : हरियाणा के गांव अब स्वच्छता के नए युग की ओर बढ़ रहे हैं। सरकार ने फैसला लिया है कि गांवों में साफ-सफाई को प्राथमिकता देते हुए जल्द ही 8000 सफाई कर्मचारियों की भर्ती की जाएगी। यह कदम न केवल ग्रामीण इलाकों की तस्वीर बदलेगा, बल्कि लोगों के जीवन स्तर को भी ऊंचा उठाएगा। हरियाणा के विकास एवं पंचायत मंत्री कृष्ण लाल पंवार ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि यह भर्ती अनुबंध के आधार पर होगी, जिससे गांवों में स्वच्छता का स्तर बेहतर हो सके।
सफाई कर्मचारियों की कमी का सच
हरियाणा के गांवों में स्वच्छता व्यवस्था को मजबूत करने के लिए कुल 18,580 सफाई कर्मचारियों के पद स्वीकृत हैं। लेकिन हैरानी की बात यह है कि इनमें से सिर्फ 10,585 कर्मचारी ही अभी काम कर रहे हैं। यानी 7,795 पद खाली पड़े हैं। इस कमी को दूर करने के लिए सरकार ने तेजी से कदम उठाने का वादा किया है। ग्रामीण इलाकों में गंदगी की समस्या से निपटने के लिए यह भर्ती एक बड़ा बदलाव ला सकती है।
विधायक पूजा चौधरी ने उठाया मुद्दा
कांग्रेस विधायक पूजा चौधरी ने इस समस्या को गंभीरता से लिया और बजट सत्र के दौरान सरकार से सवाल किया। उन्होंने पूछा कि गांवों में सफाई कर्मचारियों के कितने पद भरे हैं और कितने खाली हैं। हालांकि, उनका सवाल सत्र में चर्चा का हिस्सा नहीं बन सका, लेकिन सरकार ने उनके सवाल का जवाब जरूर दिया। मंत्री कृष्ण लाल पंवार ने विधायक को लिखित में बताया कि 1000 की आबादी वाले गांव में एक सफाई कर्मचारी और 20,000 से ज्यादा आबादी वाले गांव में 10 कर्मचारी तैनात करने का नियम है। फिर भी, कर्मचारियों की कमी साफ नजर आती है।
सरकार का प्लान: एचकेआरएनएल से भर्ती
हरियाणा सरकार ने इस चुनौती से निपटने के लिए हरियाणा कौशल रोजगार निगम लिमिटेड (एचकेआरएनएल) के जरिए भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी है। मंत्री पंवार ने स्वीकार किया कि करीब 8000 सफाई कर्मचारियों की कमी है और इसे जल्द पूरा किया जाएगा। यह कदम ग्रामीण स्वच्छता को नई दिशा देने के साथ-साथ बेरोजगार युवाओं को रोजगार का मौका भी देगा। भर्ती प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और जल्द ही गांवों में नए सफाई कर्मचारी अपनी जिम्मेदारी संभालते नजर आएंगे।
गांवों के लिए एक नई उम्मीद
यह पहल हरियाणा के गांवों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ाने और व्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। ग्रामीणों का मानना है कि अगर यह योजना सही तरीके से लागू हुई तो उनके गांवों की सूरत बदल जाएगी। स्वच्छ गांव न सिर्फ स्वास्थ्य के लिए बेहतर होंगे, बल्कि पर्यटन और विकास के नए रास्ते भी खोलेंगे। हरियाणा सरकार की यह कोशिश निश्चित रूप से सराहनीय है और इसके परिणाम आने वाले दिनों में सबके सामने होंगे।
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