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Migraine Diet : माइग्रेन के मरीज भूलकर भी न खाएं ये 6 फूड्स, नहीं तो बढ़ सकता है सिरदर्द

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Migraine Diet : माइग्रेन कोई साधारण सिरदर्द नहीं है। यह एक न्यूरोलॉजिकल समस्या है, जिसमें तेज, धड़कन जैसा दर्द, उल्टी,更新

माइग्रेन में क्या खाएं? मैग्नीशियम से भरपूर खाना

मैग्नीशियम एक ऐसा मिनरल है, जो दिमाग की नसों को शांत करता है और नर्वस सिस्टम को संतुलित रखता है। पालक, ब्रोकली, कद्दू के बीज और बादाम जैसे खाद्य पदार्थ मैग्नीशियम से लबरेज हैं। इन्हें रोजाना अपनी डाइट में शामिल करने से माइग्रेन के दौरे कम हो सकते हैं और दर्द की तीव्रता भी घट सकती है।

ओमेगा-3 वाले फूड्स

ओमेगा-3 फैटी एसिड सूजन कम करने में मदद करता है, जो माइग्रेन का एक बड़ा कारण है। अखरोट, अलसी के बीज और सैल्मन जैसी फैटी फिश का सेवन माइग्रेन पीड़ितों के लिए बहुत फायदेमंद है। ये आपके दिमाग के कामकाज को बेहतर बनाते हैं और सिरदर्द से राहत दिलाने में मदद करते हैं।

ताजे फल और सब्जियां

ताजे फल और सब्जियां शरीर को डिटॉक्स करती हैं और हाइड्रेशन बनाए रखती हैं। स Ame, पपीता, गाजर, खीरा जैसी चीजें खाने से शरीर को ठंडक मिलती है और माइग्रेन के ट्रिगर्स को कम करने में मदद मिलती है। इनमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स दिमागी सेहत को बेहतर बनाते हैं।

साबुत अनाज

ओट्स, ब्राउन राइस और रागी जैसे साबुत अनाज धीरे-धीरे ऊर्जा देते हैं, जिससे ब्लड शुगर लेवल स्थिर रहता है। माइग्रेन के मरीजों को अक्सर कम ब्लड शुगर की वजह से सिरदर्द होता है, इसलिए ये फूड्स पूरे दिन संतुलित ऊर्जा के लिए जरूरी हैं।

खूब पानी और हर्बल चाय

डिहाइड्रेशन माइग्रेन का एक आम कारण है। दिनभर में खूब पानी पीना बहुत जरूरी है। इसके अलावा, नींबू पानी, नारियल पानी और कैमोमाइल या पेपरमिंट जैसी हर्बल चाय सिरदर्द से राहत और तनाव कम करने में मदद कर सकती हैं।

माइग्रेन में क्या नहीं खाना चाहिए? चॉकलेट और चीज

चॉकलेट भले ही सबकी फेवरेट हो, लेकिन इसमें मौजूद टायरेमाइन और कैफीन माइग्रेन को ट्रिगर कर सकते हैं। खासकर डार्क चॉकलेट और प्रोसेस्ड चीज माइग्रेन वालों के लिए नुकसानदायक हो सकते हैं।

प्रोसेस्ड फूड और पैकेज्ड स्नैक्स

बाजार में मिलने वाले रेडी-टू-ईट फूड्स, चिप्स, सॉसेज और नूडल्स में प्रिजर्वेटिव्स, MSG जैसे रसायन होते हैं, जो माइग्रेन को बढ़ा सकते हैं। इनका ज्यादा सेवन सिरदर्द के दौरे बढ़ा सकता है।

ज्यादा कैफीन

कॉफी, एनर्जी ड्रिंक्स और कुछ चाय में मौजूद कैफीन कभी-कभी सिरदर्द से राहत दे सकती है, लेकिन ज्यादा मात्रा में इसका सेवन माइग्रेन को बदतर बना सकता है। कुछ लोगों को थोड़ी सी भी कैफीन से माइग्रेन का दौरा पड़ सकता है, इसलिए अपनी सीमा जानना जरूरी है।

शराब और रेड वाइन

रेड वाइन और शराब में टायरेमाइन जैसे तत्व होते हैं, जो नसों पर असर डालते हैं और माइग्रेन को ट्रिगर कर सकते हैं। शराब से डिहाइड्रेशन भी होता है, जो माइग्रेन को और गंभीर बना सकता है।

खट्टी चीजें और विनेगर

अचार, विनेगर और नींबू जैसी खट्टी चीजों का ज्यादा सेवन माइग्रेन को भड़का सकता है। इनमें मौजूद अम्लीय तत्व खाली पेट खाने पर सिरदर्द को बढ़ा सकते हैं।

हेल्दी टिप

हर किसी के माइग्रेन ट्रिगर्स अलग-अलग होते हैं। इसलिए एक माइग्रेन डायरी रखें, जिसमें आप नोट करें कि कौन-सा खाना खाने के बाद सिरदर्द बढ़ा या कम हुआ। इससे आपको अपने ट्रिगर फूड्स की पहचान करने में आसानी होगी।

डिसक्लेमर

इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल जागरूकता बढ़ाना है। यह किसी क्वालिफाइड मेडिकल सलाह का विकल्प नहीं है। कोई भी दवा, उपचार या नुस्खा अपनाने से पहले अपने डॉक्टर या विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।

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