वाराणसी, 13 अप्रैल . प्रदेश के पूर्वांचल समेत वाराणसी में रविवार सुबह मौसम ने फिर करवट ली. सुबह साढ़े आठ बजे के करीब धूल भरी तेज आंधी और फिर बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया. तेज हवाओं के साथ आई इस आंधी में शहर और ग्रामीण इलाकों में कई पेड़ उखड़ गए और कई जगहों पर
डालियां टूटकर गिर गईं. टिन की छतें और छाजन उड़ गए, हालांकि इससे कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ. आंधी के दौरान सड़कों पर सन्नाटा पसर गया.
बीते 10 अप्रैल की आंधी और पानी से अभी किसान उबर भी नहीं पाए थे कि इस नई आफत ने उनकी नींद उड़ा दी है. मौसम के तेवर में आए बदलाव से खेती-किसानी पर सीधा असर पड़ रहा है. खेत खलिहानों में कटाई के लिए तैयार गेहूं की फसल भीग गई. काट कर गठ्ठर बनाने के लिए रखे गए गेहूं के खराब होने की आशंका भी गहरा गई है. जिले में कहीं-कहीं ओले भी गिरे, जिससे नुकसान और बढ़ने की संभावना है. आम के टिकोरे पेड़ों से झड़ गए. तेज आंधी और बारिश के चलते शहरी और ग्रामीण इलाकों में एहतियातन बिजली आपूर्ति ठप कर दी गई. गंगा घाटों पर नाविकों ने भी सुरक्षा कारणों से आंधी और बारिश के बीच कुछ देर के लिए नौका संचालन रोक दिया था. उधर, बारिश के चलते कुछ इलाकों में सड़कों और गलियों में अस्थायी जलभराव की स्थिति बन गई.
तापमान में गिरावट
तेज बारिश और हवाओं के कारण तापमान में भी गिरावट आई है. रविवार को दोपहर 1 बजे तक अधिकतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. सुबह हवा की रफ्तार 20 से 30 किमी. प्रति घंटा रही, जबकि दोपहर तक यह घटकर 11 किमी. प्रति घंटा पर आ गई. मौसम में
आए बदलाव काे लेकर विशेषज्ञों ने पहले ही आंधी और बारिश का अलर्ट जारी किया था. माैसम विभाग ने आने वाले 24 घंटे तक मौसम में इसी तरह उतार-चढ़ाव की संभावना जताई गई है.
—————
/ श्रीधर त्रिपाठी
You may also like
लखनऊ के लोकबंधु अस्पताल में लगी भयंकर आग, मरीजों और स्टाफ में मचा हड़कंप, सीएम योगी ने लिया संज्ञान
ट्रेन में चाय पीने से पहले सोचें: वायरल वीडियो ने बढ़ाई चिंता
पति ने पत्नी के प्रेमी के साथ आपत्तिजनक स्थिति में पकड़ा, जान का खतरा
बिहार: पुस्तैनी जमीन के विवाद में बेटे ने सुपारी देकर कराई थी पिता की हत्या, 103 दिन बाद खुला राज
राजस्व निरीक्षक के लिए 55 हजार रुपये की रिश्वत लेते दलाल गिरफ्तार