मीरजापुर, 13 अप्रैल . मां विन्ध्यवासिनी के प्राचीन दरबार में रविवार को श्रद्धा, परंपरा और शुद्धता का अद्वितीय संगम देखने को मिला. पौराणिक परंपरा के अनुसार वार्षिक ‘घटजलाभिषेक’ का आयोजन धूमधाम से सम्पन्न हुआ. इस अवसर पर हजारों श्रद्धालु गंगाजल से भरे घड़े लेकर पक्काघाट से मंदिर पहुंचे और पूरे मंदिर परिसर को स्वच्छ कर पुण्य अर्जित किया.
सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक चले इस पवित्र आयोजन में श्रद्धालु मां गंगा की गोद में डुबकी लगाकर गंगाजल से भरे घड़े कंधों पर रखकर जयकारों के साथ मंदिर पहुंचे. मिट्टी और धातुओं से बने लाखों घड़ों के माध्यम से श्रद्धालुओं ने मंदिर के गर्भगृह से लेकर प्रत्येक कोने तक गंगाजल से शुद्धिकरण किया.
रात्रि में विशेष पूजा पद्धति निकारी का आयोजन हुआ, जिसमें मां विन्ध्यवासिनी सहित पूरे गांव की परिक्रमा करते हुए क्षेत्र की नकारात्मक शक्तियों को शांत करने की परंपरा निभाई गई. मान्यता है कि इस अनुष्ठान से गांव में सुख, शांति और समृद्धि का वास होता है.
कार्यक्रम की अगुआई विन्ध्य पंडा समाज ने की. नगर विधायक रत्नाकर मिश्र, पंडा समाज के अध्यक्ष पंकज द्विवेदी, मंत्री भानू पाठक, व्यवस्थाप्रमुख गुंजन मिश्रा सहित कई गणमान्य तीर्थपुरोहित आयोजन में शामिल रहे.
/ गिरजा शंकर मिश्रा
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