रांची, 15 जुलाई (Udaipur Kiran) । झालसा के निर्देश पर और डालसा सचिव रवि कुमार भास्कर की देख-रेख में लांदुपडीह पंचायत भवन, ओरेदारू सोनाहातू में दिव्यांगों के लिए विधिक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन मंगलवार को किया गया।
इस अवसर पर डालसा टीम के सदस्यों में पीएलवी रामेश्वर चौधरी, कपिलदेव प्रसाद, रूप नारायण मुंडा, भोलानाथ महतो, आशिकराज महतो, कुमारी इंदूबाला, आरती कमारी सहित अन्य लोग उपस्थित थे।
कार्यक्रम में कपिलदेव प्रसाद ने दिव्यांगों के अधिकारों के बारे में संवैधानिक प्रावधान पर फोकस किया। उन्होंफने कहा कि दिव्यांग बच्चों को एक ऐसी शक्ति ईश्वर ने दी है, जो किसी सामान्य बच्चों को नहीं प्राप्त है। दिव्यांग बच्चे कभी अपने आप को असहाय, असहज महसूस न या हिन भावना से ग्रसित न समझें, क्योंकि वे भी समाज के एक हिस्सा हैं। रामेश्वर प्रसाद ने कहा कि दिव्यांगजनों को किसी भी सहायता की आवश्यकता है, तो वे जिला विधिक सेवा प्राधिकार में अपना आवेदन पीएलवी के माध्यम से दे सकते हैं। उनके समस्याओं का समाधान कर उन्हें मदद पहुंचाना ही डालसा का उद्देश्य है।
दिव्यांग जन अधिकार अधिनियम की दी जानकारी
भोलानाथ महतो और आशिकराज महतो ने दिव्यांग जन अधिकार अधिनियम-2016 के बारे में दिव्यांगों को बताया। उन्होंंने कहा संविधान के आर्टिकल-21 ए में शिक्षा का अधिकार दिया हुआ है, चाहे समाज के किसी भी तबके के किसी भी तरह के लोग हो उनको निशुल्क शिक्षा मिलनी ही चाहिए।
कुमारी इंदूबाला ने कहा कि दिव्यांग व्यक्तियों के लिए उच्च शिक्षा में पांच प्रतिशत आरक्षण की व्यवस्था है। सरकारी नौकरियों में भी आरक्षण का प्रावधान है। रूप नारायण मुंडा ने नालसा की ओर से चलाये जा रहे योजना साथी और आशा, जागृति एवं डॉन के बारे में तथा नालसा के टॉल फ्री नम्बर के बारे में भी जानकारी दी।
वहीं कपिलदेव प्रसाद ने साथी अभियान के तहत निराश्रित, अनाथ और असहाय बच्चों जिला विधिक सेवा प्राधिकार से मिलनेवाली सुविधाओं के बारे में बताया दी।
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(Udaipur Kiran) / Vinod Pathak
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