भाेपाल, 19 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) . दीपावली से ठीक पहले समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव के एक बयान ने सियासत को गर्मा दिया है. अखिलेश यादव ने हालिया बयान में दिवाली और क्रिसमस की तुलना की. उन्हाेंने दिये- मोमबत्ती जलाने को फिजूल खर्च बताया और क्रिसमस से सीखने का सुझाव दिया. इस बयान के बाद अखिलेश यादव विवादों में घिर गए हैं. बीजेपी ने उनके इस बयान का विरोध किया है. मप्र की राजधानी भाेपाल की हूजूर विधानसभा से बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा की ओर से इस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया सामने आई है.
अखिलेश यादव के बयान पर विधायक रामेश्वर शर्मा ने निशाना साधा है. sunday काे दिए अपने बयान में रामेश्वर शर्मा ने कहा कि दिए देखकर जिनके दिल जलते है जलते रहें हम दिया जलाकर दुनिया को रोशन करते रहेंगे. जिनके पिता कारसेवकों के हत्यारे हो उनके बेटे को न सनातन धर्म भाएगा न दीया भाएगा. अखिलेश यादव कान खोलकर सुन लें कि अयोध्या में तो दीया जलेगा ही और वो दिन दूर नहीं जब मथुरा में भी दीपावली मनाई जाएगी.
रामेश्वर शर्मा ने कहा कि इनके पूर्वजों ने कारसेवकों पर गोली चलाकर सनातन धर्म का दीया बुझाने की कोशिश की थी लेकिन सनातन धर्म का दीया जलता रहा है, जलता रहेगा और सनातन धर्म जगमगाता रहेगा. इस्लाम, ईसाईयत की चाटुकारिता और सनातन धर्म के विरोध की ख्याति पा चुके हैं अखिलेश यादव.
दरअसल समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने ये बयान Uttar Pradesh की योगी सरकार की ओर ये हर साल अयोध्या में आयोजित किए जाने वाले भव्य दीपोत्सव को लेकर दिया. उनके बयान पर अब बीजेपी हमलावर हो गई है और इसे सनातन विरोधी बता रही है.
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(Udaipur Kiran) / नेहा पांडे
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