आवास आयुक्त व जीडीए उपाध्यक्ष ने किया एलेवेटेड रोड से वसुंधरा तथा इंदिरापुरम की बेहतर कनेक्टिविटी के लिये निरीक्षण
गाजियाबाद, 13 अप्रैल .
राजनगर एक्सटेंशन से दिल्ली बॉर्डर (यूपी गेट) तक बनी 10.3 किलोमीटर लंबी एलेवेटेड रोड को वसुंधरा, इंदिरापुरम और सिद्धार्थ विहार जैसी प्रमुख आवासीय योजनाओं से जोड़ने की योजना पर तेजी से काम शुरू किया गया है. इसी कड़ी में आवास आयुक्त बलकार सिंह व जीडीए उपाध्यक्ष अतुल वत्स ने एलेवेटेड रोड से वसुंधरा तथा इंदिरापुरम की बेहतर कनेक्टिविटी के लिये संयुक्त रूप से स्थलीय निरीक्षण किया और प्रस्तावित योजनाओं पर विचार-विमर्श किया.
जीडीए उपाध्यक्ष अतुल वत्स ने बताया कि वसुंधरा एवं इंदिरापुरम क्षेत्र के लाखों निवासियों को दिल्ली एवं अन्य क्षेत्रों से बेहतर कनेक्टिविटी देने के उद्देश्य से एलेवेटेड रोड के दोनों ओर स्लिप रोड्स के निर्माण का प्रस्ताव तैयार किये जाने की योजना है. वसुंधरा में उतरने की सुविधा के साथ-साथ कानावनी क्षेत्र के पास से एलेवेटेड रोड पर चढ़ने की व्यवस्था भी प्रस्तावित है, जिससे स्थानीय नागरिकों को दिल्ली से आने व जाने के लिए सुगम और सीधी कनेक्टिविटी मिलेगी.
इसके साथ ही, सिद्धार्थ विहार योजना को एलेवेटेड रोड से जोड़ने के लिए हिंडन नदी पर एक नए पुल के निर्माण करते हुए जोड़े जाने पर भी आवास विकास द्वारा प्रस्ताव रखा गया है.
श्री वत्स ने बताया कि फिलहाल वसुंधरा और इंदिरापुरम क्षेत्र से एलेवेटेड रोड पर चढ़ने-उतरने की सीमित सुविधा उपलब्ध है, जिससे लोगों को ट्रैफिक जाम और समय की बर्बादी का सामना करना पड़ता है. अभी वसुंधरा से केवल एलेवटेड रोड पर चढ़ने की व्यस्था है जो राजनगर एक्स्टेंशन की ओर ले जाता है परन्तु दिल्ली से आने वाले लोगो के लिए वसुंधरा जाने व वसुंधरा से दिल्ली के लिए जाने की सीधी व्यवस्था नहीं है. साथ ही राजनगर एक्सटेंशन से दिल्ली जाते समय इंदिरापुरम एलेवटेड रोड से उतरने की ही व्यवस्था है परंतु इंदिरापुरम से एलेवटेड रोड पर चढ़ने की व्यस्था नहीं है. इन्ही सीमित व्यवस्थाओं को दूर करते हुए वसुंधरा और इंदिरापुरम को दिल्ली से सीधा जोड़ने के लिए वसुंधरा में उतरने की सुविधा के साथ-साथ कानावनि क्षेत्र के पास से एलेवेटेड रोड पर चढ़ने की व्यवस्था भी प्रस्तावित की जा रही है, जिससे स्थानीय नागरिकों को दिल्ली से आने व जाने हेतु सुगम और सीधी कनेक्टिविटी मिलेगी.
जीडीए ने इन दोनों प्रस्तावों की तकनीकी एवं व्यावहारिक संभावनाओं की विस्तृत जांच शुरू कर दी गई है. साथ ही इसकी फिज़िबिलिटी स्टडी कराते हुए डीपीआर तैयार कर कार्य कराया जायेगा जिस पर आने वाला व्यय आवास विकास परिषद से प्राप्त होगा. अतुल वत्स ने निर्देशित किया है कि मुख्य अभियंता इस कार्य को शीर्ष प्राथमिकता पर रखते हुए आवास विकास से समन्वय स्थापित कर मूर्त रूप देने के लिए आवश्यक कार्यवाही करे. निरीक्षण के दौरान मुख्य अभियंता मानवेंद्र सिंह, अधिशासी अभियंता आलोक रंजन भी मौजूद थे.
–
—————
/ फरमान अली
You may also like
ट्रंप आख़िरकार कनाडा से चाहते क्या हैं?
चीन के कारण अंबानी को बदलना पड़ेगा प्लान ! शीन-रिलायंस की डील पर पड़ सकता है टैरिफ का असर
गणतंत्र दिवस पर वायरल वीडियो: छात्रा का अजीब जवाब
IPL 2025: पंजाब किंग्स को लगा सबसे बड़ा झटका, टूर्नामेंट से बाहर हुआ ये स्टार क्रिकेटर
बिहार में महागठबंधन पूरी तरह एकजुट, आगामी चुनाव में मिलेगी जीत : मृत्युंजय तिवारी