नारी सशक्तिकरण की प्रतिमूर्ति थी लोकमाता- जय प्रकाश पाल
अयोध्या, 1 जून . मिल्कीपुर ब्लॉक के ग्राम पंचायत खिहारन पूरे गैनो में लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर का जयंती समारोह आयोजित किया गया. रविवार सुबह 11 बजे आयोजित कार्यक्रम में वक्ताओं ने उनके जीवन दर्शन पर प्रकाश डालते हुए नमन किया.
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एडवोकेट जयप्रकाश पाल ने कहा कि अहिल्याबाई नारी सशक्तिकरण की प्रतिमूर्ति थीं, उनके शासनकाल में राज्य में शांति और समृद्धि रही उन्होंने विधवाओं, अनाथों और दिव्यांगजनों के लिए आश्रम बनवाए, साथ ही प्रसिद्ध तीर्थ स्थलों पर मंदिरों का भी निर्माण करवाया.
विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद सेवानिवृत्त प्रशासनिक अधिकारी रामकेवल पाल ने बताया कि लोकमाता ने कन्याकुमारी से कश्मीर तक अनेक जनहित के कार्य किए उन्होंने मंदिर, घाट, तालाब, दान संस्थाएं, भोजनालय और धर्मशालाएं स्थापित कराईं. इस मौके पर लोकगीत बिरहा गाकर उन्होंने समाज को जागृत करने के लिए प्रेरित किया.
कार्यक्रम संयोजक लाल चन्द्र चौरसिया ने कहा कि कि लोकमाता अहिल्याबाई होलकर के अमिट योगदान को देखते हुए भारत सरकार ने 25 अगस्त 1996 को लोकमाता के सम्मान में डाक टिकट जारी किया.
कार्यक्रम की अध्यक्षता देवी प्रसाद पाल तथा संचालन सुनील पाल ने किया.
कार्यक्रम को मुख्य वक्ता भवानी प्रसाद पाल,पूर्व प्रधान राजकुमार यादव, सुनील पाल, आरडी पाल, राम लौट पाल, जयप्रकाश पाल डेहरियावां, कुलदीप पाल, धर्मराज पाल, आनंद मौर्य, राम सजीवन पाल, सुरेंद्र पाल, विक्रम पाल, प्रहलाद पाल, नरेंद्र पाल, महेश पाल, गोविंद पाल आदि ने भी संबोधित किया.
इस अवसर पर मनीराम पाल, सौरभ पाल, राजकुमार पाल, शिव बहादुर पाल, अभिषेक पाल, राजमन पाल, रामअंजोर पाल, विकास पाल, अंकित पाल, अमर बहादुर पाल, रंजीत पाल, बैजनाथ पाल, राम दुलारे पाल, सुनील कुमार पाल समेत सैकड़ों लोग उपस्थित रहे.कार्यक्रम के अंत में भंडारे का भी आयोजन किया गया.
/ पवन पाण्डेय
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