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व्हाइट हाउस के फैक्ट शीट से टैरिफ को लेकर बनी भ्रम की स्थिति

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– एक्सपर्ट्स ने बताया- चीन पर 245 प्रतिशत का कोई नया टैरिफ नहीं लगा

नई दिल्ली, 16 अप्रैल . अमेरिका और चीन के बीच टैरिफ को लेकर झगड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है. दोनों देश लगातार एक दूसरे पर टैरिफ बढ़ा रहे हैं, जिसकी वजह से ट्रेड वॉर के और गहराने की आशंका बन गई है. ऐसे माहौल में व्हाइट हाउस द्वारा जारी एक फैक्ट शीट की वजह से चीन पर लगाए जाने वाले टैरिफ को लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भ्रम की स्थिति बन गई.

इस फैक्ट शीट के आधार पर कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि अमेरिका ने चीन के उत्पादों पर 245 प्रतिशत का नया टैरिफ लगा दिया है. हालांकि जानकारों का कहना है की 245 प्रतिशत का नया टैरिफ लगाने वाली बात तथ्यात्मक रूप से गलत है. दरअसल, 245 प्रतिशत का ये टैरिफ कोई नया टैरिफ नहीं, बल्कि पहले से मौजूद अलग-अलग टैरिफ रेट और नए लगाए गए रेसिप्रोकल टैरिफ का कुल योग (जोड़) है. ये टैरिफ भी चीन के सभी उत्पादों पर लागू नहीं होगा, बल्कि सिरिंज जैसे कुछ खास उत्पादों पर ही लागू होगा.

दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में इंटरनेशनल इकोनॉमिक्स एंड डेवलपमेंट माइक्रोइकोनॉमिक्स डिपार्मेंट के पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ सोमेंदु घोष क्या कहना है कि व्हाइट हाउस द्वारा जारी फैक्ट शीट में जिस अंदाज में टैरिफ को लेकर लिखा गया है, उसकी वजह से 245 प्रतिशत का नया टैरिफ लागू होने की बात को लेकर दुनिया भर में भ्रम की स्थिति बनी. 15 अप्रैल को जारी इस फैक्ट शीट में लिखा गया है कि चीन अब अमेरिका में सामान भेजने पर 245 प्रतिशत तक के टैरिफ का सामना कर रहा है, जो उसकी जवाबी नीतियों की वजह से लगा है. इन पंक्तियों में साफ-साफ लिखा है कि ‘245 प्रतिशत तक के’ यानी अधिकतम 245 प्रतिशत तक टैरिफ लगाया गया है. इन पंक्तियों में कहीं भी ये नहीं लिखा गया है कि चीन के सभी उत्पादों पर 245 प्रतिशत का नया टैरिफ लाद दिया गया है.

डॉ सोमेंदु घोष के अनुसार इस फैक्ट शीट में जिस 245 प्रतिशत के टैरिफ की बात की गई है, वो दरअसल सिरिंज जैसे कुछ चुनिंदा उत्पादों पर पहले से लागू टैरिफ और नए लगाए गए रेसिप्रोकल टैरिफ का कुल योग है. चीन में बने सिरिंज पर पहले से ही 100 प्रतिशत टैरिफ लगा हुआ है. इसके अलावा डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रपति बनने के कुछ दिन बाद ही चीन के उत्पादों पर 20 प्रतिशत टैरिफ (फेंटानिल से संबंधित टैरिफ) लगाने का ऐलान किया था. इसके अलावा 125 प्रतिशत रेसिप्रोकल टैरिफ लगाया गया है. इस तरह से इसका कुल योग 245 प्रतिशत होता है. कहने का मतलब ये है कि सिरिंज और इस श्रेणी के अन्य उत्पादों पर अमेरिका कुल 245 प्रतिशत इंपोर्ट ड्यूटी वसूलेगा. इसलिए यह बात हकीकत से परे है कि अमेरिका ने चीन के हर उत्पाद पर 245 प्रतिशत टैरिफ लगाया है.

न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका ने चीन के उत्पादों पर मुख्य रूप से चार तरह के टैरिफ लगाए हैं. इनमें बेस टैरिफ औसतन 3.4 प्रतिशत का है, जबकि प्री 2025 प्रोटक्शनिस्ट टैरिफ 7.5 प्रतिशत से लेकर 100 प्रतिशत तक का है. इसके अलावा सेक्टर बेस्ड टैरिफ भी लगाया गया है. इनमें अल्युमिनियम, स्टील और ऑटोमोबाइल सेक्टर के उत्पादों का नाम लिया जा सकता है, जिन पर 25 प्रतिशत टैरिफ का ऐलान किया गया है. इसके अलावा फेंटानिल और रेसिप्रोकल टैरिफ 20 प्रतिशत से लेकर 125 प्रतिशत तक है.

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/ योगिता पाठक

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