जम्मू, 13 अप्रैल . नटरंग ने रविवार को अपने स्टूडियो थिएटर में अपनी लोकप्रिय संडे थिएटर सीरीज़ के तहत बलवंत गार्गी की सदाबहार कॉमेडी कबाब में हड्डी का मंचन करके हँसी की लहरें ला दीं. अनुभवी थिएटर कलाकार नीरज कांत द्वारा निर्देशित इस नाटक ने अपने हास्य कथानक, मजाकिया संवादों और हास्यपूर्ण टाइमिंग से दर्शकों को खूब हंसाया और पूरे प्रदर्शन के दौरान तालियाँ बटोरीं.
कबाब में हड्डी में दो प्रेमियों की दुविधा को मज़ेदार तरीके से दिखाया गया है जिन्हें एक दखलंदाज़ दोस्त लगातार बीच में रोकता रहता है. कहानी नसीम और जमीला के इर्द-गिर्द घूमती है जो एक-दूसरे से बहुत प्यार करते हैं लेकिन जमीला के सख्त हॉस्टल वार्डन और नसीम के अत्यधिक आसक्त दोस्त सफ़दर की वजह से हमेशा निजता पाने के लिए संघर्ष करते रहते हैं. साथ में समय बिताने की कई बार असफल कोशिशों के बावजूद यह जोड़ा फ्रेंडशिप डे पर एक खास आउटिंग की योजना बनाता है. हालांकि उनकी रोमांटिक योजनाएँ तब गड़बड़ा जाती हैं जब नेकनीयत लेकिन नासमझ सफ़दर उनके साथ चलने पर ज़ोर देता है इस बात से अनजान कि वह कबाब में हड्डी है.
जब सफ़दर अनजाने में प्रेमियों के बीच हर कोमल पल को बाधित करता है तो हास्य तनाव बढ़ जाता है जिससे मज़ेदार परिस्थितियाँ बनती हैं जो दर्शकों को अंत तक मनोरंजन करती रहती हैं. हालाँकि वह वास्तव में मदद करना चाहता है लेकिन उसकी अतिरंजित चिंता और लगातार हस्तक्षेप कॉमेडी का सार है. नाटक की सफलता का श्रेय आर्यन शर्मा के रूप में नसीम, कार्तिक कुमार के रूप में सफ़दर और मानवी देवी के रूप में जमीला के दमदार अभिनय को जाता है जिन्होंने अपने किरदारों को आत्मविश्वास और आकर्षण के साथ जीवंत किया. नीरज कांत ने लाइटिंग डिज़ाइन को भी संभाला, जबकि अदक्ष बागल ने एक उपयुक्त संगीतमय पृष्ठभूमि प्रदान की
/ राहुल शर्मा
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