उदयपुर, 5 अक्टूबर (Udaipur Kiran News). झीलों की नगरी उदयपुर अब कला और संस्कृति के रंगों से सजेगी. उदयपुर विकास प्राधिकरण (यूडीए) के तत्वावधान में अर्बन स्केचर्स उदयपुर, क्रिएटिव सर्किल और ऐसा फॉर यू की संयुक्त पहल पर एक अनूठा कला एवं संस्कृति उत्सव ‘रंगत – रास्ता री…’ का आयोजन 6 से 16 अक्टूबर तक किया जा रहा है. यह आयोजन विश्व वास्तुकला दिवस के अवसर पर प्रारंभ होगा और शहर के सार्वजनिक स्थलों को कला का मंच बना देगा. आयोजन की सभी तैयारियाँ पूर्ण कर ली गई हैं.
कला, संस्कृति और वास्तुकला का संगमयूडीए आयुक्त राहुल जैन ने बताया कि यह उत्सव शहर की सांस्कृतिक आत्मा को सार्वजनिक स्थानों पर जीवंत करने का प्रयास है. उन्होंने कहा कि नागरिक, कलाकार, विद्यार्थी, आर्किटेक्ट और डिजाइनर मिलकर सड़कों, दीवारों और संरचनाओं को अपनी सृजनशीलता से सजाएँगे.
उन्होंने कहा — “हम चाहते हैं कि उदयपुर की पहचान केवल उसकी झीलों से नहीं, बल्कि उसकी रचनात्मक आत्मा से भी हो.”
उत्सव का शुभारंभ Monday सुबह 9:30 बजे आरटीओ अंडरपास से होगा, जहाँ कलाकार और नागरिक प्रतिदिन शहर की सौंदर्य अभिव्यक्ति में भाग लेंगे.
‘नागरिकों के लिए, नागरिकों द्वारा’आयोजन संयोजक और प्रसिद्ध आर्किटेक्ट सुनील एस. लड्ढा ने बताया कि प्रथम चरण में अंडरपास के करीब 5 हजार वर्गमीटर क्षेत्र को सजाने का कार्य किया जाएगा, जिसमें 50 से अधिक आर्टिस्ट, कला प्रेमी नागरिक और विद्यार्थी मिलकर भाग लेंगे.
उन्होंने कहा कि ‘रंगत – रास्ता री…’ केवल एक प्रदर्शनी नहीं, बल्कि नागरिक सहभागिता का उत्सव है. इसका उद्देश्य है कि हर नागरिक अपने शहर के सौंदर्यीकरण में योगदान दे — ताकि सड़कें केवल रास्ते नहीं, बल्कि संवाद और अभिव्यक्ति के मंच बनें.
उन्होंने कहा — “हर रंग एक कहानी कहेगा, और हर स्ट्रोक शहर की पहचान बनेगा.”
इस रचनात्मक पहल में कई संस्थाएँ सहयोग कर रही हैं —
यूडीए, अर्बन स्केचर्स उदयपुर, क्रिएटिव सर्किल, ऐसा फॉर यू, वंडर सीमेंट, बिरला ओपस पेंट्स, बीएनआई उदयपुर, आईआईए, आईआईआईडी, यूसीसीआई और उदयपुर ब्लॉग — जो कला, संस्कृति और विकास के बीच सेतु का कार्य कर रही हैं.
विश्व वास्तुकला दिवस के अवसर पर आर्किटेक्ट्स प्रतिभागी कलाकारों और विद्यार्थियों को वास्तुकला की बारीकियों से अवगत कराएँगे.
इस दौरान गवरी, गणगौर, मेवाड़ी परंपरा जैसी थीम पर आधारित पेंटिंग्स से अंडरपास को सजाया जाएगा, जिससे उदयपुर का शहरी परिदृश्य नई पहचान प्राप्त करेगा.
यूडीए के निदेशक (अभियांत्रिकी) संजीव शर्मा ने बताया कि यह आयोजन नागरिकों के लिए, नागरिकों द्वारा और नागरिकों का है.
उन्होंने कहा — “बस अपना उत्साह लेकर आइए, बाकी व्यवस्था हमारी होगी.”
इच्छुक प्रतिभागी आयोजन से जुड़ने के लिए QR कोड स्कैन कर या आयोजक संस्थाओं से संपर्क कर सकते हैं.
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