इंटरनेट डेस्क। टीकाराम जूली पर ज्ञानदेव आहूजा ने टिप्पणी कर आफत ले ली। पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से हाथ धो बैठे और अब वो हर किसी के निशाने पर है। ऐसे में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली मामले में ज्ञानदेव आहूजा के बयान पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि जूली मंदिर दर्शन के लिए गए थे, जिसके बाद मंदिर को गंगाजल से धुलवाया गया।
मीडिया रिपोटर्स की माने तो गहलोत ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए बीजेपी और आरएसएस से स्थिति स्पष्ट करने की मांग की। पूर्व मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि अगर वह गलत हैं तो बीजेपी और आरएसएस को सामने आकर कहना चाहिए, उन्होंने इस घटना को सोचने पर मजबूर करने वाला बताते हुए सवाल किया कि यह भेदभाव क्यों और किस सोच के तहत किया जा रहा है।
बीजेपी कर चुकी है निलंबित
दरअसल, बीजेपी नेता ज्ञानदेवा आहूजा ने अलवर के श्रीराम मंदिर में यह कहते हुए गंगाजल छिड़का कि यहां कांग्रेस के नेता टीकाराम जूली आए थे, आहूजा का कहना था कि जूली के आने से मंदिर अपवित्र हो गया और अब वो उसे पवित्र कर रहे हैं।
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