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गुरुग्राम-अलवर हाईवे: हरियाणा और राजस्थान के बीच यात्रा को बनाएगा आसान

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गुरुग्राम-अलवर हाईवे का महत्व


गुरुग्राम-अलवर हाईवे: हरियाणा और राजस्थान के निवासियों के लिए यह एक महत्वपूर्ण और सुखद समाचार है। आने वाले समय में, दोनों राज्यों के बीच यात्रा और भी सरल और तेज हो जाएगी। यह राष्ट्रीय राजमार्ग, जो हरियाणा और राजस्थान को जोड़ता है, अगले चार महीनों में चालू होने की उम्मीद है। इस परियोजना के लिए राज्य सरकार 555 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। आइए जानते हैं कि यह आधुनिक सड़क कब तक पूरी तरह से तैयार होगी?


सड़क निर्माण की प्रक्रिया

हरियाणा और राजस्थान के बीच सड़क यात्रा जल्द ही आसान होने वाली है। क्योंकि गुरुग्राम-अलवर राष्ट्रीय राजमार्ग 248ए का निर्माण अब पूरी तरह से स्पष्ट हो गया है। इस वर्ष अगस्त से सितंबर के बीच इस सड़क का निर्माण शुरू होगा, जिससे दोनों राज्यों के निवासियों के लिए यात्रा सुगम होगी। नूंह-नौगावां राजस्थान सीमा तक फोरलेन सड़क का निर्माण एक वर्ष के भीतर पूरा होगा और 2026 तक यह सड़क उपलब्ध हो जाएगी। इसके निर्माण से सड़क के किनारे के गांवों और कस्बों के निवासियों को रोजगार के अवसर मिलेंगे।


गुरुग्राम-अलवर हाईवे का बजट

गुरुग्राम-अलवर हाईवे का खर्च:

उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा ने बताया कि केंद्र सरकार को 555 करोड़ रुपये का प्रस्ताव भेजा गया था, जिसमें से 480 करोड़ रुपये की स्वीकृति मिल चुकी है। वन विभाग सहित अन्य विभागों से संबंधित सभी बाधाएं दूर हो चुकी हैं और तकनीकी समस्याएं हल हो चुकी हैं। इस सड़क का निर्माण चार से पांच महीनों के भीतर शुरू होगा।


सड़क की लंबाई और सुरक्षा

गुरुग्राम-अलवर हाईवे की अवधि:

इस सड़क की कुल लंबाई लगभग 57 किलोमीटर होगी। वर्तमान में इस मार्ग पर अधिक सड़क हादसे होते हैं, इसलिए इसे "खूनी मार्ग" कहा जाता है। पिछले दस वर्षों से स्थानीय लोगों ने फोरलेन बनाने की मांग की है। इस सड़क का निर्माण लोक निर्माण विभाग द्वारा किया जाएगा। डीपीआर बनते ही टेंडर प्रक्रिया शुरू होगी, जिससे निर्माण कार्य तेजी से चलेगा।


मेवातवासियों के लिए राहत

मेवातवासियों के लिए अच्छी खबर:

यह सड़क जिले की सबसे व्यस्ततम सड़कों में से एक है, लेकिन इसकी चौड़ीकरण नहीं होने के कारण हर दिन दुर्घटनाएं होती रहती हैं। स्थानीय लोगों ने सड़क बनाने पर धरना-प्रदर्शन और पैदल यात्राएं निकालीं। विधायक आफताब अहमद ने केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को पत्र लिखकर इसे प्राथमिकता देने की मांग की। भारत सरकार ने अब इस राष्ट्रीय राजमार्ग को मंजूरी दी है, जो मेवातवासियों के लिए 2025 में सबसे बड़ी राहत होगी।


गुरुग्राम-अलवर हाईवे पर गांवों का विवरण

गुरुग्राम-अलवर राजमार्ग पर स्थित गांव:

नूंह से अलवर तक दोनों तरफ लगभग 50 गांव होंगे। इन जगहों पर बाजार हाईवे के साथ बने हुए हैं। इसलिए यहां अधिक लोग होते हैं। इस हाईवे पर नौ पुल बनाए जाएंगे, जिनमें खेड़ा, आकेड़ा, अकनदेहा, मांडीखेड़ा और फिरोजपुर झिरका के अंबेकर चौक शामिल हैं। इस सड़क पर दो बाईपास भी बनेंगे। डीपीआर के अनुसार, पहला बाईपास गांव मालब के पास और दूसरा भादस के पास बनाया जाएगा। दोनों की लंबाई लगभग चार से चार किलोमीटर होगी। इस राजमार्ग से घंटों की दूरी मिनटों में कम हो जाएगी।


 
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