आजकल की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में डायबिटीज़ एक आम समस्या है। खराब खानपान और गतिहीन जीवनशैली के कारण रक्त शर्करा का स्तर तेज़ी से बढ़ता है, जो धीरे-धीरे शरीर को अंदर से कमज़ोर बनाता है। अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के अनुसार, अगर इसका समय पर इलाज न किया जाए, तो यह हृदय, नसों, किडनी और आँखों को गंभीर नुकसान पहुँचा सकता है। अगर आप अपनी जीवनशैली में बदलाव करके बिना दवा के अपने ब्लड शुगर को नियंत्रित करना चाहते हैं, तो यहाँ कुछ आसान उपाय दिए गए हैं जिन्हें आपको अपनाना चाहिए...मीठे पेय और रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट से बचें: सोडा या जूस जैसे मीठे पेय और सफेद ब्रेड व सफेद चावल जैसे रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट का सेवन कम करना चाहिए। कई अध्ययनों से पता चला है कि कम कार्बोहाइड्रेट वाला आहार रक्त शर्करा को नियंत्रित करने, वजन कम करने और इंसुलिन की ज़रूरतों को कम करने में मदद कर सकता है।अपने भोजन की शुरुआत सलाद से करें: सबसे पहले, अपनी थाली में फाइबर युक्त सलाद रखें। अध्ययनों के अनुसार, भोजन से पहले सब्ज़ियों का सलाद खाने से भोजन के बाद रक्त शर्करा का स्तर कम होता है। सब्ज़ियों में मौजूद फाइबर कार्बोहाइड्रेट के अवशोषण को धीमा कर देता है, जिससे रक्त शर्करा का स्तर संतुलित रहता है।करेले का जूस है रामबाण: हफ़्ते में तीन बार करेले का जूस पीना भी काफ़ी फ़ायदेमंद होता है। करेले का जूस टाइप-2 डायबिटीज़ के मरीज़ों में ब्लड शुगर को काफ़ी कम करता है। अध्ययनों में पाया गया है कि इसका असर 90 मिनट के अंदर दिखने लगता है।भोजन के तुरंत बाद 20 मिनट टहलें: भोजन के तुरंत बाद 20 मिनट टहलें। यह छोटा सा व्यायाम आपके रक्त शर्करा के स्तर को बढ़ने से रोकने में मदद कर सकता है। शोध से पता चला है कि भोजन के बाद थोड़ी देर टहलने से ग्लूकोज का स्तर कम हो सकता है और ग्लाइसेमिक प्रतिक्रिया में सुधार हो सकता है । यह एक सरल लेकिन बेहद प्रभावी तरीका है।
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