जब आपके सरनेम में'खान'हो और आपके पिता का नाम शाहरुख खान हो,तो दुनिया आपसे क्या उम्मीद करती है?यही कि आप स्क्रीन पर हाथ फैलाएंगे,रोमांस करेंगे और अपने पिता की विरासत को आगे बढ़ाएंगे। लेकिन शाहरुख खान के बेटे,आर्यन खान ने पहले ही दिन यह साफ़ कर दिया है - वो यहां अपने पिता की परछाई बनने नहीं आए हैं।कैमरे के पीछे रहकर अपनी दुनिया बना रहे आर्यन ने पहली बार अपने आने वाले शो,बॉलीवुड की चकाचौंध और अपने'पापा'शाहरुख के असर पर खुलकर बात की है। चलिए,जानते हैं उन्होंने क्या कहा।तो क्या आर्यन बनाएंगे एक और'दिलवाले दुल्हनिया ले जायेंगे'?इस सवाल का जवाब आर्यन ने बिना किसी लाग-लपेट के दिया -"बिल्कुल नहीं।"उन्होंने कहा, "मैं यहाँ किसी और की नकल करने या वैसी फ़िल्में बनाने नहीं आया हूँજેવીરીતેપહેલાંબનીછે।मेरी कोशिश कुछ नया और अलग बनाने की है।" उनका यह बयान साफ़ करता है कि वे रोमांस के बादशाह शाहरुख खान की तरह रोमांटिक फ़िल्में बनाने के मूड में बिल्कुल नहीं हैं।बॉलीवुड की वो सच्चाई,जो कोई नहीं दिखाताआर्यन अपने पहले वेब-शो'स्टारडम' (Stardom)से निर्देशन की दुनिया में क़दम रख रहे हैं। यह शो बॉलीवुड की चमचमाती दुनिया के पीछे के अंधेरे और बदसूरत सच को दिखाएगा। जैसा कि आर्यन ने कहा, "यह'बॉलीवुड की बुराइयों'के बारे में है।" यह शो बताएगा कि स्टारडम की क़ीमत क्या होती है और इसे पाने और बनाए रखने के लिए एक एक्टर को किन मुश्किलों से गुज़रना पड़ता है।पापा का असर: क्या शाहरुख सेट पर दखल देते हैं?यह सबसे बड़ा सवाल था कि क्या शाहरुख अपने बेटे के काम में दखल देते हैं?आर्यन ने इसका बहुत ही दिलचस्प जवाब दिया। उन्होंने बताया कि उनके पिता उनके लिए एक'साउंडिंग बोर्ड' (sounding board)की तरह हैं,यानी एक ऐसा आईना जिससे उन्हें अपने आइडिया पर फ़ीडबैक मिलता है।आर्यन ने कहा, "वह मुझे मेरे तरीक़े से काम करने की पूरी आज़ादी देते हैं।"लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि कोई अनुशासन नहीं है। आर्यन ने एक मज़ेदार क़िस्सा सुनाया, "कभी-कभी जब मैं किसी सीन को लेकर फंसा होता हूँ,तो पापा को सुबह 5बजे भी फ़ोन कर लेता हूँ।" उन्होंने यह भी बताया कि उनके पिता सेट पर आने-जाने वालों की पूरी लिस्ट मांगते थे और समय को लेकर बहुत सख़्त थे। यानी आज़ादी के साथ-साथ अनुशासन का पूरा पाठ पढ़ाया गया है।एक्टिंग क्यों नहीं?आर्यन ने यह भी साफ़ किया कि वे एक्टिंग में क्यों नहीं आए। उन्होंने कहा कि उनके अंदर एक्टिंग का कीड़ा कभी था ही नहीं। वे लिखने और उसे पर्दे पर उतारने के काम में ज़्यादा ख़ुशी और आत्मविश्वास महसूस करते हैं।आर्यन खान का यह इंटरव्यू साफ़ करता है कि वे एक नई सोच और एक अलग विज़न के साथ आए हैं। वे शाहरुख खान के बेटे होने के दबाव को समझते हैं,लेकिन उससे दबने के लिए तैयार नहीं हैं।
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