नई दिल्लीः यमुना में आई बाढ़ का पानी बुधवार को निगम बोध घाट के अंदर भी घुसा। एहतियात के तौर पर निगम बोध घाट पर शवों का दाह संस्कार बंद कर दिया गया है। बताया जा रहा है डीडीए ने अभी हाल ही में श्मशान घाट की चारदीवारी से सटे हिस्से को पार्क के रूप में डिवेलप किया है। उसी तरफ की दीवार टूटने से श्मशान घाट के अंदर पानी घुसा है।
बंद किया गया अंतिन संस्कार
निगमबोध घाट के प्रधान संचालक सुमन कुमार गुप्ता ने बताया कि बुधवार सुबह से लेकर शाम 6 बजे तक 40 से 45 शवों का दाह संस्कार किया गया, रात के समय पता नहीं पीछे से कितना पानी छोड़ा जाता है। अगर ज्यादा पानी छोड़ा जाता है तो दिक्कत हो सकती है। इसलिए श्मशान घाट पर शवों का दाह संस्कार बंद किया गया।
डूब गए प्लेटफॉर्म
एमसीडी के एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि बाढ़ का पानी घुसने की वजह से गीता कॉलोनी श्मशान घाट को भी बंद कर दिया गया है। निगम बोध घाट के प्रधान संचालक सुमन गुप्ता ने बताया कि कुछ लोग यमुना किनारे ही शव का दाह संस्कार करते हैं। इसलिए निगम बोध घाट श्मशान घाट पर 15 प्लेटफॉर्म यमुना किनारे बनाए गए हैं। यमुना नदी में जैसे ही पानी का लेवल बढ़ा सबसे पहले यमुना किनारे बने प्लेटफॉर्म पानी में डूब गए।
दाह संस्कार के लिए भेजा जाएगा शरीर
अंदर की तरफ भी 100 से अधिक प्लेटफॉर्म बने हुए हैं। ये सभी प्लेटफॉर्म थोड़े ऊंचाई पर हैं, इसलिए शाम 6 बजे तक दाह संस्कार किए गए। उन्होंने बताया कि लगातार हो रही बरसात और यमुना में पानी के बढ़ते स्तर को देखते हुए शाम 6 बजे के बाद यहां दाह संस्कार बंद करने का फैसला किया गया। उन्होंने बताया कि अगर कोई यहां यहां दाह संस्कार के लिए आता है तो उसे पंचकुइयां रोड स्थित श्मशान घाट भेजा जाएगा।
लोगों से की अपील
उन्होंने आम लोगों से से अपील करते हुए कहा कि बाढ़ को देखते। देखते हुए वे अपने-अपने इलाके के श्मशान घाटों पर ही दाह संस्कार करें। निगम बोध घाट पर हर दिन 60-65 शवों का दाह संस्कार होता है। एमसीडी के एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि निगम बोध घाट के साथ साथ यमुना खादर में बने गीता कॉलोनी श्मशान को भी बंद कर दिया गया है। 190
बंद किया गया अंतिन संस्कार
निगमबोध घाट के प्रधान संचालक सुमन कुमार गुप्ता ने बताया कि बुधवार सुबह से लेकर शाम 6 बजे तक 40 से 45 शवों का दाह संस्कार किया गया, रात के समय पता नहीं पीछे से कितना पानी छोड़ा जाता है। अगर ज्यादा पानी छोड़ा जाता है तो दिक्कत हो सकती है। इसलिए श्मशान घाट पर शवों का दाह संस्कार बंद किया गया।
डूब गए प्लेटफॉर्म
एमसीडी के एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि बाढ़ का पानी घुसने की वजह से गीता कॉलोनी श्मशान घाट को भी बंद कर दिया गया है। निगम बोध घाट के प्रधान संचालक सुमन गुप्ता ने बताया कि कुछ लोग यमुना किनारे ही शव का दाह संस्कार करते हैं। इसलिए निगम बोध घाट श्मशान घाट पर 15 प्लेटफॉर्म यमुना किनारे बनाए गए हैं। यमुना नदी में जैसे ही पानी का लेवल बढ़ा सबसे पहले यमुना किनारे बने प्लेटफॉर्म पानी में डूब गए।
दाह संस्कार के लिए भेजा जाएगा शरीर
अंदर की तरफ भी 100 से अधिक प्लेटफॉर्म बने हुए हैं। ये सभी प्लेटफॉर्म थोड़े ऊंचाई पर हैं, इसलिए शाम 6 बजे तक दाह संस्कार किए गए। उन्होंने बताया कि लगातार हो रही बरसात और यमुना में पानी के बढ़ते स्तर को देखते हुए शाम 6 बजे के बाद यहां दाह संस्कार बंद करने का फैसला किया गया। उन्होंने बताया कि अगर कोई यहां यहां दाह संस्कार के लिए आता है तो उसे पंचकुइयां रोड स्थित श्मशान घाट भेजा जाएगा।
लोगों से की अपील
उन्होंने आम लोगों से से अपील करते हुए कहा कि बाढ़ को देखते। देखते हुए वे अपने-अपने इलाके के श्मशान घाटों पर ही दाह संस्कार करें। निगम बोध घाट पर हर दिन 60-65 शवों का दाह संस्कार होता है। एमसीडी के एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि निगम बोध घाट के साथ साथ यमुना खादर में बने गीता कॉलोनी श्मशान को भी बंद कर दिया गया है। 190
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