ज यपुर: पुलिस से बचने के लिए अपराधी क्या क्या नहीं करते। कई बदमाश अपने घर से सैकड़ों किलोमीटर दूर जाकर मजदूरी करने लगते हैं। कई आरोपी अपना हुलिया बदलकर पुलिस को चकमा देने की कोशिश करते हैं। हालांकि लंबे समय तक पुलिस से बचना संभव नहीं होता और समय समय पर इस तरह के बदमाश पुलिस की गिरफ्त में आते रहते हैं। जयपुर कमिश्नरेट की मालवीय नगर पुलिस ने भी एक ऐसे बदमाश को गिरफ्तार किया जो पिछले 17 साल से पुलिस को धोखा दे रहा था। चोरी के आरोपी ने पुलिस से बचने का जो तरीका अपनाया उसे जानकर आप भी हैरान रह जाएंगे। नाम बदला और लिंग बदलने की तैयारीडीसीपी ईस्ट तेजस्वनी गौतम ने बताया कि लंबे समय से फरार चल रहे बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इसी के तहत 17 साल से फरार चेतन सिंघीवाल को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार किया गया आरोपी आगरा रोड स्थित कानोता का रहने वाला है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पुलिस से बचने के लिए चेतन ने अपना नाम चेतना रख लिया था। वह किन्नरों के बाड़े में रहने लगा और खुद को किन्नर ही बताया था। वह करीब चार साल से किन्नरों के बाड़े में रहा और उनके कार्यक्रमों में शामिल होता रहा। अपना लिंग बदलवा कर किन्नर समाज में शामिल होने की तैयारी थी लेकिन मुखबीर से सूचना मिलने पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। स्थानीय लोगों ने भी पहचानने से इनकार कियामालवीय नगर थाना प्रभारी संग्राम सिंह ने कहा कि आरोपी चेतन को चोरी के आरोप में वर्ष 2008 में गिरफ्तार किया गया था। कुछ दिन जेल में रहने के बाद वह जमानत पर छूट गया था। उसके बाद वह कभी भी तय तिथि पर कोर्ट में पेश नहीं हुआ। आरोपी जयपुर छोड़कर फरार हो गया था। कई वर्षों तक जयपुर से बाहर रहा। करीब चार साल बाद अपना हुलिया बदल कर वापस लौटा और खुद को किन्नर बताते हुए किन्नरों में शामिल हो गया। शक होने पर पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर आसपास के लोगों से पहचान के प्रयास किए तो लोगों ने भी उसे चेतन के नाम से नहीं पहचाना। लोग उसे चेतना किन्नर के नाम से ही जानते थे। सख्ती से पूछताछ करने पर आरोपी ने स्वीकार किया कि वह चेतना नहीं बल्कि चेतन सिंघीवाल ही है।
You may also like
स्मैक के साथ युवक गिरफ्तार
वाराणसी : धूल भरी आंधी के बाद बारिश ने किसानाें की बढ़ाई चिंता
मुर्शिदाबाद में छिटपुट अशांति, हिंसा को नियंत्रित करने में जुटी राज्य सरकार
संसद भवन की लॉन में मनाया जाएगा 135वीं डॉ. अंबेडकर जयंती का समारोह
आखिरी सांसों के साथ औरंगजेब का ऐसे हुआ पतन, बेटा-बेटी समेत उठे थे 9 जनाजे ㆁ