खरगोन: मध्य प्रदेश के खरगोन जिले के बड़वाह में बीजेपी का 46वां स्थापना दिवस कार्यक्रम आयोजित हुआ। इस दौरान बीजेपी के राष्ट्रीय अल्पसंख्यक मोर्चा की फायर ब्रांड नेता और वकील नाजिया इलाही खान बयान दिया। उन्होंने कहा है कि वक्फ संशोधन बिल और ऑल इंडिया पर्सनल लॉ बोर्ड को लेकर बयान दिया है। दरअसल, नाजिया इलाही खान ने रविवार को खरगोन जिले के बड़वाह में कहा कि वक्फ अमेंडमेंट बिल के बाद मानसून सत्र में भी कुछ नया देखने को मिल सकता है। अब क्या पता, इस दौरान ऑल इंडिया पर्सनल लॉ बोर्ड की आलोचना हो जाए। या फिर इस पर तालाबंदी की तैयारी हो जाए। इसके साथ ही पापुलेशन कंट्रोल बिल पर भी चर्चा हो जाए। उन्होंने कहा कि इन सब बातों के लिए होमवर्क और रिसर्च चल रहा है। यह देश संविधान से चलेगा। मुस्लिमों के लिए अलग लॉ बोर्ड की जरूरत नहींनाजिया इलाही खान रविवार के दिन वक्फ बोर्ड पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि वक्फ बोर्ड लैंड लूटो माफिया है। उन्होंने कहा कि जब बाबा साहब का संविधान उपलब्ध है तो अलग से मुस्लिम लॉ बोर्ड की आवश्यकता ही नहीं है। इसके साथ ही मोदी सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए कहा कि धारा 370 हटाया और सीएए को लागू किया। साजिया ने कहा कि हमें पीओके वापस लेकर हिंदू राष्ट्र के सपने को पूरा करना है। उन्होंने साफ किया कि पूरे विश्व में केवल भारत में ही मुस्लिम सुरक्षित है। उनके भाषण के दौरान बार-बार तालियां बजती रही। पॉपुलेशन बिल को लेकर भी बोली नाजिया पापुलेशन कंट्रोल बिल पर बात आगे बढ़ाते हुए कहा कि मुसलमान बेटियां बच्चा पैदा करने की मशीन नहीं बनना चाहती। हम भी जीवन में सेल्फ आईडेंटीफिकेशन के साथ रहना चाहते हैं। हम इस देश में आतंक फैलाने के लिए मुस्लिम पापुलेशन बढ़ाने का जरिया नहीं बनना चाहते। असदुद्दीन ओवैसी पर साधा निशाना नाजिया ने भाषण के दौरान एआईएमआईएम के सुप्रीम पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि यदि वक्फ बोर्ड इस्लाम या संविधान का पार्ट होता तो असदुद्दीन ओवैसी लोकतंत्र के मंदिर में इन सब बातों का उल्लेख करते। उन्होंने कहा कि जंतर मंतर में क्लियर हो गया कि 22 करोड़ मुसलमान ओवैसी जैसे पाकिस्तान के मुखबिर के साथ नहीं है। उन्होंने कहा कि वहां 5000 से भी कम मुसलमान थे, तभी यह क्रिस्टल क्लियर हो गया कि भारत के अच्छे, शिक्षित , पसमांदा और गरीब मुसलमान मोदी के वक्फ सुधार बिल के समर्थन में है। यही वजह थी कि 2 घंटे में जंतर मंतर से बोरिया बिस्तर समेटना पड़ गया। वक्फ बिल के सुप्रीम कोर्ट में चैलेंज पर दिया बयान उन्होंने कहा वक्त संशोधन बिल को सुप्रीम कोर्ट में चैलेंज किया जा रहा है। लेकिन क्या 'ट्रिपल तलाक' को ऑल इंडिया मुस्लिम बोर्ड जीत पाया। उन्होंने कहा 1984 से 2017 तक 'हिजाब इज एसेंशियल पार्ट' का गीत गया जाता था। तब क्यों नहीं कुरान की आयत में इसका उल्लेख बता कर हिजाब को परमानेंट करवा लो। उन्होंने कहा कि 1994 के जजमेंट में मस्जिद इंटीग्रल पार्ट है, यह भी ऑल इंडिया पर्सनल लॉ बोर्ड साबित नहीं कर पाया। तो अब वक्फ़ इस्लाम या संविधान का पार्ट है ,यह कैसे साबित करेंगे ? उन्होंने कहा कि भारत सरकार की योजनाओं का लाभ देश के सभी मुसलमानों समेत अन्य नागरिकों को भी मिल रहा है। इसी तरह वक्फ का आगा खानी, अहमदिया,बोरी समेत मुसलमान के 72 फिरकों को हक मिलेगा। उन्होंने कहा कि वक्फ बोर्ड के चलते बच्चियां सक्सेशन से पीड़ित थी और गरीब मुसलमान ने खून के आंसू रोए हैं। 40000 मुसलमानों ने उसके खिलाफ याचिका दायर की है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में वक्त बिल में जो सुधार हुआ है उसमें सभी बातें पारदर्शी हो जाएगी। इसमें समस्त करवाई और सुनवाई डिजिटल है। साथ ही यह आरटीआई के अंतर्गत आए आ जाएगा।
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