गुरुग्राम: दिल्ली से सटे गुरुग्राम में अब डीजीपी के नए आदेश के बाद ट्रैफिक पुलिस उन स्थानों पर मैन्युअल चालान नहीं करेगी, जहां सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। शहर में कुल 110 पॉइंट्स पर करीब 800 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। इनमें से 200 से अधिक पॉइंट्स पर ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। अधिकारियों के अनुसार, हर दिन दो हजार से अधिक चालान जारी किए जा रहे हैं, जिनमें से लगभग 50 फीसदी ऑनलाइन चालान होते हैं। ट्रैफिक विभाग का कहना है कि सीसीटीवी आधारित ई-चालान सिस्टम से न केवल पारदर्शिता बढ़ेगी बल्कि ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार भी होगा। इस व्यवस्था से सड़क पर पुलिसकर्मियों और वाहन चालकों के बीच होने वाले विवादों में भी कमी आने की उम्मीद है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे ट्रैफिक नियमों का पालन करें और सुरक्षित ड्राइविंग को प्राथमिकता दें।
चंडीगढ़ में भी जारी हुए थे आदेश
बता दें कि इससे पहले हरियाणा और पंजाब की राजधानी चंडीगढ़ में इस तरह के आदेश जारी किए गए थे। चंडीगढ़ के डीजीपी वडॉ. सागर प्रीत हुड्डा ने मौखिक तौर पर आदेश दिए थे कि सड़कों पर अब पुलिस कर्मचारी केवल ट्रैफिक मैनेज करेंगे और चालान के लिए गाड़ियों को नहीं रोकेंगे। दरअसल यहां कि पुलिस पर अक्सर बाहर की गाड़ियों को टारगेट करते हुए चालान करने के आरोप लगते थे। हिमाचल प्रदेश, पंजाब और हरियाणा की गाड़ियों को निशाना बनाने की बातें लगातार उठती रही हैं। हाल ही में एक ट्रैफिक पुलिस जवान का 500 रुपये लेते हुए का वीडियो भी वायरल हुआ था, जिसके बाद अब एक बड़ा बदलाव देखने को मिला।
चंडीगढ़ में मैन्युअल चालानों में आई गिरावट
डीजीपी के इस आदेश के बाद चंडीगढ़ में मैन्युल चालान में भारी गिरावट देखने को मिली थी। आटीआई से मिली जानकारी के अनुसार, चंडीगढ़ में 1 जुलाई से 20 अगस्त के बीच ट्रैफिक पुलिस ने कुल 1,02,222 चालान जारी किए। इनमें से 84,204 चालान सीसीटीवी कैमरों के जरिए और सिर्फ 18,018 चालान ट्रैफिक पुलिसकर्मियों द्वारा मौके पर काटे गए। सिर्फ जुलाई महीने की बात करें तो कुल 71,655 चालान जारी हुए, जिनमें से 54,857 चालान सीसीटीवी से और 16,798 चालान मैन्युअली जारी किए गए। वहीं अगस्त के पहले 20 दिनों में मात्र 1,220 चालान मैन्युअल काटे गए, जबकि 29,347 चालान सीसीटीवी कैमरों के जरिए किए गए।
चंडीगढ़ में भी जारी हुए थे आदेश
बता दें कि इससे पहले हरियाणा और पंजाब की राजधानी चंडीगढ़ में इस तरह के आदेश जारी किए गए थे। चंडीगढ़ के डीजीपी वडॉ. सागर प्रीत हुड्डा ने मौखिक तौर पर आदेश दिए थे कि सड़कों पर अब पुलिस कर्मचारी केवल ट्रैफिक मैनेज करेंगे और चालान के लिए गाड़ियों को नहीं रोकेंगे। दरअसल यहां कि पुलिस पर अक्सर बाहर की गाड़ियों को टारगेट करते हुए चालान करने के आरोप लगते थे। हिमाचल प्रदेश, पंजाब और हरियाणा की गाड़ियों को निशाना बनाने की बातें लगातार उठती रही हैं। हाल ही में एक ट्रैफिक पुलिस जवान का 500 रुपये लेते हुए का वीडियो भी वायरल हुआ था, जिसके बाद अब एक बड़ा बदलाव देखने को मिला।
चंडीगढ़ में मैन्युअल चालानों में आई गिरावट
डीजीपी के इस आदेश के बाद चंडीगढ़ में मैन्युल चालान में भारी गिरावट देखने को मिली थी। आटीआई से मिली जानकारी के अनुसार, चंडीगढ़ में 1 जुलाई से 20 अगस्त के बीच ट्रैफिक पुलिस ने कुल 1,02,222 चालान जारी किए। इनमें से 84,204 चालान सीसीटीवी कैमरों के जरिए और सिर्फ 18,018 चालान ट्रैफिक पुलिसकर्मियों द्वारा मौके पर काटे गए। सिर्फ जुलाई महीने की बात करें तो कुल 71,655 चालान जारी हुए, जिनमें से 54,857 चालान सीसीटीवी से और 16,798 चालान मैन्युअली जारी किए गए। वहीं अगस्त के पहले 20 दिनों में मात्र 1,220 चालान मैन्युअल काटे गए, जबकि 29,347 चालान सीसीटीवी कैमरों के जरिए किए गए।
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