नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी (आप) के राज्यसभा सांसद और बिहार प्रभारी संजय सिंह ने रविवार को पुष्टि की कि पार्टी आगामी बिहार विधानसभा चुनाव अकेले लड़ेगी और वह अब इंडी गठबंधन का हिस्सा नहीं है। यह वही गठबंधन है जिसमें आप ने 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए हिस्सा लिया था।
आप ने लिया बड़ा फैसला
आईएएनएस से बातचीत में संजय सिंह ने कहा, "इंडी गठबंधन सिर्फ लोकसभा चुनाव के लिए था। उसके बाद हमने हरियाणा चुनाव, दिल्ली चुनाव, गुजरात और पंजाब की उपचुनावों में भी अकेले लड़ाई लड़ी। अब हम बिहार चुनाव भी अकेले लड़ेंगे। इस बयान से उन अटकलों को बल मिला है कि लोकसभा चुनावों में खराब प्रदर्शन के बाद आप ने गठबंधन से दूरी बना ली है। दिल्ली में कांग्रेस-आप गठबंधन को एक भी सीट नहीं मिली, जबकि भाजपा ने लगातार तीसरी बार सभी सातों सीटें जीत लीं।
कांग्रेस पर फोड़ा हार का ठीकरा
आप ने हार का ठीकरा कांग्रेस पर फोड़ा और विपक्ष के रूप में उसकी भूमिका पर सवाल उठाए। संजय सिंह ने शनिवार को हुई इंडी गठबंधन की बैठक में आप की अनुपस्थिति को भी गठबंधन से औपचारिक अलगाव बताया। उन्होंने दोहराया, “पार्टी अब इस गठबंधन का हिस्सा नहीं है।
हमने निभाई मजबूत विपक्ष की भूमिका
जब संजय सिंह से पूछा गया कि क्या अन्य दल भी कांग्रेस के नेतृत्व से नाराज होकर गठबंधन छोड़ सकते हैं, तो उन्होंने कहा, "जहां तक आम आदमी पार्टी का सवाल है, हमने सड़क से लेकर संसद तक मजबूत विपक्ष की भूमिका निभाई है और आगे भी निभाते रहेंगे। बाकी दलों के बारे में मैं कुछ नहीं कह सकता, मैं केवल अपनी पार्टी की बात कर सकता हूं।
कांग्रेस पर भाजपा की मदद करने का आरोप
यह टिप्पणी आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल के उस बयान के कुछ सप्ताह बाद आई है, जिसमें उन्होंने गुजरात के विसावदर उपचुनाव में जीत के बाद कांग्रेस पर भाजपा की मदद करने का आरोप लगाया था। केजरीवाल ने कहा था, "इंडी गठबंधन सिर्फ लोकसभा चुनाव तक था। अब हमारी तरफ से कोई गठबंधन नहीं है।
आप ने लिया बड़ा फैसला
आईएएनएस से बातचीत में संजय सिंह ने कहा, "इंडी गठबंधन सिर्फ लोकसभा चुनाव के लिए था। उसके बाद हमने हरियाणा चुनाव, दिल्ली चुनाव, गुजरात और पंजाब की उपचुनावों में भी अकेले लड़ाई लड़ी। अब हम बिहार चुनाव भी अकेले लड़ेंगे। इस बयान से उन अटकलों को बल मिला है कि लोकसभा चुनावों में खराब प्रदर्शन के बाद आप ने गठबंधन से दूरी बना ली है। दिल्ली में कांग्रेस-आप गठबंधन को एक भी सीट नहीं मिली, जबकि भाजपा ने लगातार तीसरी बार सभी सातों सीटें जीत लीं।
कांग्रेस पर फोड़ा हार का ठीकरा
आप ने हार का ठीकरा कांग्रेस पर फोड़ा और विपक्ष के रूप में उसकी भूमिका पर सवाल उठाए। संजय सिंह ने शनिवार को हुई इंडी गठबंधन की बैठक में आप की अनुपस्थिति को भी गठबंधन से औपचारिक अलगाव बताया। उन्होंने दोहराया, “पार्टी अब इस गठबंधन का हिस्सा नहीं है।
हमने निभाई मजबूत विपक्ष की भूमिका
जब संजय सिंह से पूछा गया कि क्या अन्य दल भी कांग्रेस के नेतृत्व से नाराज होकर गठबंधन छोड़ सकते हैं, तो उन्होंने कहा, "जहां तक आम आदमी पार्टी का सवाल है, हमने सड़क से लेकर संसद तक मजबूत विपक्ष की भूमिका निभाई है और आगे भी निभाते रहेंगे। बाकी दलों के बारे में मैं कुछ नहीं कह सकता, मैं केवल अपनी पार्टी की बात कर सकता हूं।
कांग्रेस पर भाजपा की मदद करने का आरोप
यह टिप्पणी आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल के उस बयान के कुछ सप्ताह बाद आई है, जिसमें उन्होंने गुजरात के विसावदर उपचुनाव में जीत के बाद कांग्रेस पर भाजपा की मदद करने का आरोप लगाया था। केजरीवाल ने कहा था, "इंडी गठबंधन सिर्फ लोकसभा चुनाव तक था। अब हमारी तरफ से कोई गठबंधन नहीं है।
You may also like
झारखंड के धान रोपाई का 'उत्सव' परवान पर, 'कादो-कीचड़ भरे' खेतों में उतर रहे मंत्री, विधायक और अफसर
क्या आपके बाल भी गिर रहे हैं? जानें इसके कारण और समाधान!
सैयारा: एक दिल को छू लेने वाली प्रेम कहानी और अन्य बॉलीवुड फिल्में
श्रीलंका सीरीज के लिए भारत के दो नए कप्तान घोषित
आपने अपने बच्चों के लिए वोट नहीं दिया, इसलिए आपके बच्चे गुजरात में जाकर फैक्ट्रियों में मजदूरी कर रहे : प्रशांत किशोर