हैदराबाद: बिहार विधानसभा चुनावों के साथ ही सात राज्यों की आठ विधानसभा के लिए उपचुनाव हो रहा है। इनमें तेलंगाना की हाईप्रोफाइल जुबली हिल्स सीट भी शामिल हैं। बिहार में भले ही असुदद्दीन ओवैसी की अगुवाई वाली एआईएमआईएम और महागठबंधन में बात नहीं बन पाई लेकिन असुदद्दीन ओवैसी ने अपने गढ़ हैदराबाद की जुबली हिल्स सीट पर कांग्रेस का समर्थन करने का ऐलान किया है। इसके बाद चर्चा छिड़ी है कि क्या भाईजान के समर्थन से कांग्रेस की जीत पक्की हो गई है या फिर पूर्व सीएम के चंद्रशेखकर राव की अगुवाई वाली बीआरएस इस सीट पर अपना कब्जा बकरार रखेगी। इस सीट पर बीआरएस ने यहां से तीन बार जीते पार्टी के विधायक मांगती गोपीनाथ की पत्नी मांगती सुनीता को मैदान में उतारा है तो वहीं कांग्रेस ने नवीन यादव को टिकट दिया है। बीजेपी ने लंकाला दीपक रेड्डी को मैदान में उतारा है।
सबके के लिए अहम जुबली हिल्स उप चुनाव
जुबली हिल्स सीट पर अभी तक चार चुनाव हुए हैं। इनमें एक बार कांग्रेस और फिर तीन बार लगातार बीआरएस जीती हैं। ऐसे में फिर से मुकाबला बीआरएस और कांग्रेस के बीच होने की उम्मीद की जा रही है लेकिन अगर बीजेपी ने मुकाबले को त्रिकोणीय किया तो दोनों दलों को दिक्कत हो सकती है। इस चुनावों में कांग्रेस, बीआरएस और बीजेपी तीनों ताकत झोंक रहे हैं। चुनाव परिणाम से रेवंत रेड्डी के कामकाज पर मुहर लगेगी तो वहीं दूसरी केसीआर की लोकप्रियता का अनुमान लगेगा। इतना ही नहीं तेलंगाना भाजपा प्रमुख एन. रामचंदर राव की क्षमता का टेस्ट भी इस चुनाव से होगा। इस सीट पर उपचुनाव 11 नवंबर को होगा जबकि मतगणना 14 नवंबर को होगी। पिछले चुनाव में बीआरएस ने यह सीट 16 हजार से अधिक वोटों के अंतर से जीती थी। कांग्रेस के कैंडिडेट मोहम्मद अजहरुद्दीन दूसरे नंबर पर रहे थे। उन्हें 64 हजार से अधिक वोट मिले थे। बीजेपी के कैंडिडेट लंकाला दीपक रेड्डी तीसरे नंबर पर रहे थे। उन्हें करीब 26 हजार वोट मिले थे।
ओवैसी ने क्यों दिया कांग्रेस को समर्थन?
एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने 11 नवंबर को होने वाले जुबली हिल्स विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार नवीन यादव का समर्थन का ऐलान किया है। पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी ने कांग्रेस उम्मीदवार का समर्थन करने का फैसला किया है क्योंकि परिणाम से मौजूदा सरकार को कोई नफा या नुकसान नहीं होगा और यादव के नेतृत्व में विकास संभव है। ओवैसी ने कहा कि जुबली हिल्स के लोगों से हमारी अपील है कि जिन्होंने पिछले दस सालों से बीआरएस का समर्थन किया है। अब मैं आपसे नवीन यादव को वोट देने का अनुरोध करता हूं, जो युवा हैं और जुबली हिल्स में विकास ला सकते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) पिछले दस सालों से इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने के बावजूद कोई विकास कार्य कराने में विफल रही है। पिछले चुनाव में ओवैसी ने कैंडिडेट उतारा था। उन्हें तब 7,848 वोट मिले थे। जुबली हिल्ल सीट सिकंदराबाद लोकसभा क्षेत्र में आती है। इस सीट पर केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी का कब्जा है। ऐसे में उनकी प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी है।
सबके के लिए अहम जुबली हिल्स उप चुनाव
जुबली हिल्स सीट पर अभी तक चार चुनाव हुए हैं। इनमें एक बार कांग्रेस और फिर तीन बार लगातार बीआरएस जीती हैं। ऐसे में फिर से मुकाबला बीआरएस और कांग्रेस के बीच होने की उम्मीद की जा रही है लेकिन अगर बीजेपी ने मुकाबले को त्रिकोणीय किया तो दोनों दलों को दिक्कत हो सकती है। इस चुनावों में कांग्रेस, बीआरएस और बीजेपी तीनों ताकत झोंक रहे हैं। चुनाव परिणाम से रेवंत रेड्डी के कामकाज पर मुहर लगेगी तो वहीं दूसरी केसीआर की लोकप्रियता का अनुमान लगेगा। इतना ही नहीं तेलंगाना भाजपा प्रमुख एन. रामचंदर राव की क्षमता का टेस्ट भी इस चुनाव से होगा। इस सीट पर उपचुनाव 11 नवंबर को होगा जबकि मतगणना 14 नवंबर को होगी। पिछले चुनाव में बीआरएस ने यह सीट 16 हजार से अधिक वोटों के अंतर से जीती थी। कांग्रेस के कैंडिडेट मोहम्मद अजहरुद्दीन दूसरे नंबर पर रहे थे। उन्हें 64 हजार से अधिक वोट मिले थे। बीजेपी के कैंडिडेट लंकाला दीपक रेड्डी तीसरे नंबर पर रहे थे। उन्हें करीब 26 हजार वोट मिले थे।
ओवैसी ने क्यों दिया कांग्रेस को समर्थन?
एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने 11 नवंबर को होने वाले जुबली हिल्स विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार नवीन यादव का समर्थन का ऐलान किया है। पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी ने कांग्रेस उम्मीदवार का समर्थन करने का फैसला किया है क्योंकि परिणाम से मौजूदा सरकार को कोई नफा या नुकसान नहीं होगा और यादव के नेतृत्व में विकास संभव है। ओवैसी ने कहा कि जुबली हिल्स के लोगों से हमारी अपील है कि जिन्होंने पिछले दस सालों से बीआरएस का समर्थन किया है। अब मैं आपसे नवीन यादव को वोट देने का अनुरोध करता हूं, जो युवा हैं और जुबली हिल्स में विकास ला सकते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) पिछले दस सालों से इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने के बावजूद कोई विकास कार्य कराने में विफल रही है। पिछले चुनाव में ओवैसी ने कैंडिडेट उतारा था। उन्हें तब 7,848 वोट मिले थे। जुबली हिल्ल सीट सिकंदराबाद लोकसभा क्षेत्र में आती है। इस सीट पर केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी का कब्जा है। ऐसे में उनकी प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी है।
You may also like
दाढ़ी काटने पर फिर से सोचिए... सिख सैनिकों के पक्ष में अमेरिकी सांसद की अपने रक्षा मंत्री को चिट्ठी, याद दिलाया विश्व युद्ध का इतिहास
Birthday Special: प्रभास के 46वें जन्मदिन पर हनु राघवपुरी की 'फौजी' की झलक
चेन्नई : बारिश के बाद राहत कार्यों में तेजी
Opinion: 'एक दीवाने की दीवानियत' देख ली, अब सिर पीटिए! मेकर्स ने पकड़ी Gen Z की नस, प्लीज हमें 'प्रेम' लौटा दो
सीआईएसएफ ने राष्ट्रीय पुलिस स्मारक पर शहीद वीरों को किया याद, परिवारों का हुआ सम्मान