नई दिल्ली: अमेरिका में एक दुखद घटना हुई। हैदराबाद के एक परिवार के चार सदस्य एक सड़क दुर्घटना में मारे गए। यह दुर्घटना अलबामा के ग्रीन काउंटी में हुई। एक मिनी ट्रक गलत दिशा से आ रहा था और उसने उनकी कार को टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि कार में आग लग गई। मृतकों में वेंकट बेजुगम, उनकी पत्नी तेजस्विनी चोलेटी और उनके दो बच्चे, सिद्धार्थ (9) और मृदा बेजुगम (7) शामिल हैं।
वे चारों छुट्टियां मनाने के लिए अमेरिका गए थे और डलास के पास ऑब्रे के एक इलाके सटन फील्ड्स में रह रहे थे। वे 4 जुलाई (अमेरिका का स्वतंत्रता दिवस) के वीकेंड पर घूमने गए थे। वे अटलांटा में अपने बुजुर्ग माता-पिता को एक रिश्तेदार के घर छोड़कर वापस आ रहे थे।
पुलिस को घटनास्थल पर सिद्धार्थ का स्कूल आईडी कार्ड मिला। इससे उनकी पहचान की पुष्टि हुई। दुर्घटना के बाद शव बुरी तरह जल गए हैं, इसलिए अधिकारी डीएनए टेस्ट और डेंटल रिकॉर्ड से उनकी पहचान की अंतिम पुष्टि कर रहे हैं। पहचान होने के बाद शवों को परिवार को सौंपा जाएगा। टीम एड के मोहन नन्नापानेनी ने बताया कि "स्थानीय अधिकारियों ने अटलांटा में परिवार को दुर्घटना के बारे में जानकारी दी है। पहचान और शवों को वापस लाने की प्रक्रिया पूरी होने के बाद आगे की जानकारी दी जाएगी।"
कार में आग लगने से बचने का मौका नहीं मिला
यह परिवार हैदराबाद के सुचित्रा का मूल निवासी था। शनिवार की रात में यह हादसा हुआ। टक्कर के बाद कार में आग लग गई। आग लगने से किसी को भी बचने का मौका नहीं मिला। स्थानीय पुलिस मामले की जांच कर रही है। वे यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि ट्रक गलत दिशा में क्यों जा रहा था। उनका परिवार, रिश्तेदार और दोस्त इस घटना से गहरे दुख में है।
डीएनए परीक्षण से होगी पहचान की अंतिम पुष्टि
पुलिस ने बताया कि उन्हें सिद्धार्थ का स्कूल आईडेंटिटी कार्ड मिला। वे स्कूल गए और उसकी पहचान की पुष्टि की। पुलिस का कहना है, यह एक अकल्पनीय रूप से दर्दनाक नुकसान है। पुलिस शवों को सौंपने से पहले डीएनए परीक्षण करा रही है। अधिकारियों का कहना है कि डीएनए टेस्ट से पहचान करने में कुछ समय लग सकता है। इसके बाद ही शवों को भारत भेजा जा सकेगा। इस घटना से हैदराबाद में शोक की लहर है। इस घटना से अमेरिका और हैदराबाद दोनों जगह शोक की लहर है।
वे चारों छुट्टियां मनाने के लिए अमेरिका गए थे और डलास के पास ऑब्रे के एक इलाके सटन फील्ड्स में रह रहे थे। वे 4 जुलाई (अमेरिका का स्वतंत्रता दिवस) के वीकेंड पर घूमने गए थे। वे अटलांटा में अपने बुजुर्ग माता-पिता को एक रिश्तेदार के घर छोड़कर वापस आ रहे थे।
पुलिस को घटनास्थल पर सिद्धार्थ का स्कूल आईडी कार्ड मिला। इससे उनकी पहचान की पुष्टि हुई। दुर्घटना के बाद शव बुरी तरह जल गए हैं, इसलिए अधिकारी डीएनए टेस्ट और डेंटल रिकॉर्ड से उनकी पहचान की अंतिम पुष्टि कर रहे हैं। पहचान होने के बाद शवों को परिवार को सौंपा जाएगा। टीम एड के मोहन नन्नापानेनी ने बताया कि "स्थानीय अधिकारियों ने अटलांटा में परिवार को दुर्घटना के बारे में जानकारी दी है। पहचान और शवों को वापस लाने की प्रक्रिया पूरी होने के बाद आगे की जानकारी दी जाएगी।"
कार में आग लगने से बचने का मौका नहीं मिला
यह परिवार हैदराबाद के सुचित्रा का मूल निवासी था। शनिवार की रात में यह हादसा हुआ। टक्कर के बाद कार में आग लग गई। आग लगने से किसी को भी बचने का मौका नहीं मिला। स्थानीय पुलिस मामले की जांच कर रही है। वे यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि ट्रक गलत दिशा में क्यों जा रहा था। उनका परिवार, रिश्तेदार और दोस्त इस घटना से गहरे दुख में है।
डीएनए परीक्षण से होगी पहचान की अंतिम पुष्टि
पुलिस ने बताया कि उन्हें सिद्धार्थ का स्कूल आईडेंटिटी कार्ड मिला। वे स्कूल गए और उसकी पहचान की पुष्टि की। पुलिस का कहना है, यह एक अकल्पनीय रूप से दर्दनाक नुकसान है। पुलिस शवों को सौंपने से पहले डीएनए परीक्षण करा रही है। अधिकारियों का कहना है कि डीएनए टेस्ट से पहचान करने में कुछ समय लग सकता है। इसके बाद ही शवों को भारत भेजा जा सकेगा। इस घटना से हैदराबाद में शोक की लहर है। इस घटना से अमेरिका और हैदराबाद दोनों जगह शोक की लहर है।
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