आजमगढ़: उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ के रौनापार थाना इलाके में उस वक्त सनसनी फैल गई, जब पुलिस और एसटीएफ की संयुक्त टीम ने एक दुर्दांत अपराधी वाकिफ का एनकाउंटर कर दिया। इस मुठभेड़ में पुलिस की गोली लगने से 50 हजार का इनामी बदमाश वाकिफ ढेर हो गया है।
वाकिफ आजमगढ़ के एक गांव का रहने वाला था और पिछले कई सालों से पुलिस की वांछित सूची में शामिल था। उसके खिलाफ आजमगढ़, गोरखपुर, कुशीनगर, संत कबीर नगर, जौनपुर और सुल्तानपुर जैसे जिलों में कुल 44 से ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज थे। इनमें शामिल थे — 15 से अधिक गौ तस्करी के मामले, 3 हत्या के प्रयास के केस, 4 लूट की वारदातें, चोरी और अवैध हथियार रखने के कई आरोप।
2023 में गोरखपुर में हुई एक गौ तस्करी की बड़ी वारदात में उसका नाम सामने आने के बाद उस पर ₹50,000 का इनाम घोषित किया गया था। पुलिस के अनुसार, वाकिफ का गिरोह पूरे पूर्वांचल में सक्रिय था और वह नेपाल बॉर्डर के रास्ते तस्करी का नेटवर्क चलाता था।
कब और कैसे हुई मुठभेड़
एसटीएफ की डिप्टी एसपी डी.के. शाही के नेतृत्व में टीम को सूचना मिली थी कि वाकिफ रौनापार थाना क्षेत्र के जंगलों में छिपा हुआ है और कोई नई वारदात की योजना बना रहा है। पुलिस ने इलाके की घेराबंदी की और जैसे ही वाकिफ को घेरा गया, उसने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी गोली चलाई, जिसमें वाकिफ गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
वाकिफ आजमगढ़ के एक गांव का रहने वाला था और पिछले कई सालों से पुलिस की वांछित सूची में शामिल था। उसके खिलाफ आजमगढ़, गोरखपुर, कुशीनगर, संत कबीर नगर, जौनपुर और सुल्तानपुर जैसे जिलों में कुल 44 से ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज थे। इनमें शामिल थे — 15 से अधिक गौ तस्करी के मामले, 3 हत्या के प्रयास के केस, 4 लूट की वारदातें, चोरी और अवैध हथियार रखने के कई आरोप।
2023 में गोरखपुर में हुई एक गौ तस्करी की बड़ी वारदात में उसका नाम सामने आने के बाद उस पर ₹50,000 का इनाम घोषित किया गया था। पुलिस के अनुसार, वाकिफ का गिरोह पूरे पूर्वांचल में सक्रिय था और वह नेपाल बॉर्डर के रास्ते तस्करी का नेटवर्क चलाता था।
कब और कैसे हुई मुठभेड़
एसटीएफ की डिप्टी एसपी डी.के. शाही के नेतृत्व में टीम को सूचना मिली थी कि वाकिफ रौनापार थाना क्षेत्र के जंगलों में छिपा हुआ है और कोई नई वारदात की योजना बना रहा है। पुलिस ने इलाके की घेराबंदी की और जैसे ही वाकिफ को घेरा गया, उसने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी गोली चलाई, जिसमें वाकिफ गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
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