लखनऊ: उत्तर प्रदेश पुलिस विभाग में एक बार फिर रिश्वतखोरी का मामला सुर्खियों में है। सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में पुलिसकर्मियों को वाहन चालकों से रिश्वत लेते देखा गया। इसके बाद प्रदेश के डीजीपी राजीव कृष्णा ने तुरंत संज्ञान लेते हुए बड़ी कार्रवाई की है। जांच के बाद तीन जिलों चित्रकूट, बांदा और कौशाम्बी के पांच थानाध्यक्ष समेत कुल 11 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। यूपी के डीजीपी ने भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाए जाने के सख्त संदेश दे दिए हैं।
तीन जिलों में एक साथ कार्रवाईडीजीपी राजीव कृष्णा ने भ्रष्टाचार के मामलों पर जीरो टॉलरेंस नीति अपनाते हुए सख्त कदम उठाया है। चित्रकूट जिले में प्रभारी निरीक्षक भरतकूप, थानाध्यक्ष पहाड़ी, थानाध्यक्ष राजापुर समेत कुल छह पुलिसकर्मी निलंबित किए गए हैं। इनमें एक निरीक्षक, दो उपनिरीक्षक, एक महिला उपनिरीक्षक और तीन आरक्षी शामिल हैं।
इनके अलावा बांदा जिले में थानाध्यक्ष बदौसा (उपनिरीक्षक) और एक आरक्षी को निलंबित किया गया है। साथ ही, कौशांबी जिले में थानाध्यक्ष महेवाघाट (उपनिरीक्षक) और एक आरक्षी पर कार्रवाई की गई है।
डीजीपी ने दी सख्त चेतावनीडीजीपी राजीव कृष्णा ने कहा कि पुलिस विभाग में भ्रष्टाचार या अनुशासनहीनता को किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने निर्देश दिए कि ऐसे मामलों में तुरंत जांच कर कठोर कार्रवाई की जाए ताकि पुलिस की छवि को नुकसान न पहुंचे। उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस का उद्देश्य जनता की सेवा और कानून व्यवस्था बनाए रखना है। इसलिए, प्रत्येक अधिकारी और कर्मचारी को ईमानदारी, निष्ठा और पारदर्शिता के साथ काम करना होगा।
पुलिस मुख्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि आम जनता के सहयोग से पारदर्शिता बढ़ाई जाएगी और भ्रष्टाचार के मामलों पर रोकथाम सुनिश्चित की जाएगी। जनता को भरोसा दिलाया गया कि विभाग के अंदर सुधार की प्रक्रिया लगातार जारी है।
अखिलेश यादव का आया था पोस्टदरअसल, बुधवार सुबह सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक वीडियो साझा करते हुए सरकार पर हमला बोला था। उस वीडियो में कुछ पुलिसकर्मी वाहन चालकों से रिश्वत लेते नजर आ रहे थे। माना जा रहा है कि यह कार्रवाई उसी वीडियो के आधार पर की गई है। एक्शन के बाद अब पुलिसकर्मियों में गंभीर कार्रवाई का संदेश गया है।
तीन जिलों में एक साथ कार्रवाईडीजीपी राजीव कृष्णा ने भ्रष्टाचार के मामलों पर जीरो टॉलरेंस नीति अपनाते हुए सख्त कदम उठाया है। चित्रकूट जिले में प्रभारी निरीक्षक भरतकूप, थानाध्यक्ष पहाड़ी, थानाध्यक्ष राजापुर समेत कुल छह पुलिसकर्मी निलंबित किए गए हैं। इनमें एक निरीक्षक, दो उपनिरीक्षक, एक महिला उपनिरीक्षक और तीन आरक्षी शामिल हैं।
इनके अलावा बांदा जिले में थानाध्यक्ष बदौसा (उपनिरीक्षक) और एक आरक्षी को निलंबित किया गया है। साथ ही, कौशांबी जिले में थानाध्यक्ष महेवाघाट (उपनिरीक्षक) और एक आरक्षी पर कार्रवाई की गई है।
डीजीपी ने दी सख्त चेतावनीडीजीपी राजीव कृष्णा ने कहा कि पुलिस विभाग में भ्रष्टाचार या अनुशासनहीनता को किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने निर्देश दिए कि ऐसे मामलों में तुरंत जांच कर कठोर कार्रवाई की जाए ताकि पुलिस की छवि को नुकसान न पहुंचे। उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस का उद्देश्य जनता की सेवा और कानून व्यवस्था बनाए रखना है। इसलिए, प्रत्येक अधिकारी और कर्मचारी को ईमानदारी, निष्ठा और पारदर्शिता के साथ काम करना होगा।
पुलिस मुख्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि आम जनता के सहयोग से पारदर्शिता बढ़ाई जाएगी और भ्रष्टाचार के मामलों पर रोकथाम सुनिश्चित की जाएगी। जनता को भरोसा दिलाया गया कि विभाग के अंदर सुधार की प्रक्रिया लगातार जारी है।
अखिलेश यादव का आया था पोस्टदरअसल, बुधवार सुबह सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक वीडियो साझा करते हुए सरकार पर हमला बोला था। उस वीडियो में कुछ पुलिसकर्मी वाहन चालकों से रिश्वत लेते नजर आ रहे थे। माना जा रहा है कि यह कार्रवाई उसी वीडियो के आधार पर की गई है। एक्शन के बाद अब पुलिसकर्मियों में गंभीर कार्रवाई का संदेश गया है।
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