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बुंदेलखंड में हर घर तक पहुंचा नल से जल, नमामि गंगे विभाग ने गर्मियों में जलापूर्ति के लिए उतारी अफसरों की टीम

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लखनऊ/बांदा/ललितपुर: गर्मियों के दौरान बुंदेलखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में नल से होने वाली जलापूर्ति में किसी तरह की दिक्कत ना आए, इसके लिए नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग ऐक्शन मोड में आ गया है। विभाग के प्रमुख सचिव अनुराग श्रीवास्तव के निर्देश पर स्थानीय अधिकारियों के साथ-साथ मुख्यालय के अधिकारियों को भी फील्ड पर उतार दिया गया है। बुंदेलखंड और विंध्य क्षेत्र के जिलों के लिए विभाग ने नोडल अधिकारी नियुक्त किए हैं। ये अधिकारी जलापूर्ति में आने वाली किसी भी तरह की समस्या का समाधान कर, जलापूर्ति सुनिश्चित करा रहे हैं। प्रमुख सचिव के निर्देश पर जिलों में तैनात की गई टीम गांव-गांव जाकर ये देख रही है कि ग्रामीणों को जलापूर्ति हो रही है या नहीं। अगर किसी गांव के एक दो घरों में जलापूर्ति नहीं हो रही है, वहां स्थानीय अधिकारियों के साथ मिलकर जल्द से जल्द जलापूर्ति के प्रयास किए जा रहे हैं। ये नोडल अधिकारी स्थानीय लोगों से जलापूर्ति का फीडबैक भी ले रहे हैं। स्थलीय निरीक्षण कर जलापूर्ति की ग्राउंड रिपोर्ट जान रहे नोडल अधिकारीगर्मियों में बेहतर जलापूर्ति के लिए तैनात किए गए नोडल अधिकारी ग्रामीण क्षेत्रों में जलापूर्ति का जमीनी हकीकत जान रहे हैं। साथ ही जिलों में चल रही जल जीवन मिशन की परियोजनाओं का निरीक्षण कर रहे हैं। राज्य पेयजल एवं स्वच्छता मिशन के अधिशासी निदेशक बृजराज सिंह यादव की तरफ से जारी आदेश के मुताबिक सभी नोडल ये सुनिश्चित करेंगे कि गांवों में नियमित रूप से प्रेशर के साथ क्लोरिन युक्त जलापूर्ति हो रही है या नहीं। इसके साथ ही नोडल अधिकारी रोड रेस्टोरेशन, लीकेज, एफटीके टेस्टिंग, आईएसए, आईईसी, ग्रीवांस पोर्टल और ग्राम प्रधानों द्वारा की गई शिकायतों के निस्तारण की प्रगति की जानकारी भी राज्य पेयजल एवं स्वच्छता मिशन की टेक्निकल सेल को उपलब्ध कराएंगे। इन्हें बनाया गया नोडल अधिकारीअच्छेलाल सिंह यादव को ललितपुर, शशांक मिश्रा और अंकितोष को झांसी, सेवा लाल और नवीन वर्मा को मीरजापुर, विश्वदीपक और गया प्रसाद को जालौन, आयुष सिंह और अजमल इरफान को महोबा, वीके लिटोरिया और रविन्द्र बहादुर श्रीवास्तव को हमीरपुर का नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। परियोजनाओं के निरीक्षण के लिए बनाई गई सीनियर अफसरों की टीमबुंदेलखंड के ग्रामीण इलाकों में जलापूर्ति के लिए बनाई गई पेयजल परियोजनाओं के निरीक्षण के लिए स्थानीय और मुख्यालय के अधिकारियों की संयुक्त टीम भी बनाई गई है। इस टीम में जिले के एडीएम नमामि गंगे के साथ-साथ मुख्यालय के अधिकारी भी मौजूद रहेंगे। बांदा की अमलीकौर और 28 ट्यूबबेल ग्राम समूह पेयजल योजना का निरीक्षण एडीएम नमामि गंगे बांदा मदन मोहन वर्मा के साथ एसडब्ल्यूएसएम की अधिशासी अभियंता रीतिका राय, अभियंता टेक्निकल सेल अभिषेक कुशवाहा करेंगे।बांदा की खटान ग्राम समूह पेयजल योजना के निरीक्षण की जिम्मेदारी एडीएम नमामि गंगे मो. मोईन इस्लाम के साथ एसडब्ल्यूएसएम की अधिशासी अभियंता ललिता सिंह और सहायक अभियंता शुभम जायसवाल को दी गई है। वहीं चित्रकूट की चंदीबांगर ग्राम समूह पेयजल योजना के लिए एडीएम नमामि गंगे चित्रकूट वंदिता श्रीवास्तव के साथ वरिष्ठ तकनीकी सलाहकार आरके हरदहा और सहायक अभियंता आर्यन सिंह को रखा गया हैगौरतलब है कि बुंदेलखंड और विन्ध्य क्षेत्र के 7773 गांवों में से 5083 गांवों को हर घर जल सर्टिफाइड कर दिया गया है। इसमें बांदा के 647 गांवों में से 495 गांव, चित्रकूट के 561 में से 267 गांव, हमीरपुर के 475 गांवों में से 443 गांवों को हर घर जल सर्टिफाइड कर दिया गया है। इसी तरह जालौन के 268 गांवों, झांसी के 740 में से 414 गांवों, ललितपुर के 694 में से 605 गांवों को हर घर जल सर्टिफाइड किया जा चुका है। महोबा के 427 गांवों में 393, मीरजापुर के 1909 गांवों में से 1770 गांवों को हर घर जल सर्टिफाइड हो चुके हैं।
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