चिकनपॉक्स एक संक्रामक बीमारी है जो वैरीसेला जोस्टर वायरस के कारण होती है। इसके अलावा अपशिष्ट पदार्थों में मौजूद संक्रमित पदार्थों को सांस के माध्यम से अंदर लेने पर भी यह समस्या होती है। इसके आम लक्षणों में तरल पदार्थ से भरे छालों के साथ खुजलीदार लाल चकत्ते शामिल हैं। इसके अलावा कुछ लोगों को बुखार, भूख न लगना और सिर दर्द भी हो सकता है। यह बीमारी उन लोगों में बहुत ही आसानी से फैलती है जिन्हें यह पहले नहीं हुई है या जिन्होंने इसका टीका नहीं लगवाया है। चिकन पॉक्स एक वैश्विक बीमारी हुआ करती थी लेकिन आज इसका टीका लोगों को इससे बचने में मदद करता है। चिकनपॉक्स को वैरीसेला यानी छोटी माता भी कहा जाता है।(सभी फोटो साभार: freepik) क्या है चिकनपॉक्स (वैरीसेला)? वैरीसेला जोस्टर एक वायरस है जिसकी वजह से चिकनपॉक्स होता है। एक बार चिकनपॉक्स होने पर यह वायरस शरीर में ही रहता है। हालांकि यह एक्टिव नहीं रहता है लेकिन दाद के रूप में यह दोबारा सक्रिय हो सकता है। ऐसे में इसके उभरने की संभावना रहती है। दाद के जोखिम को कम करने के लिए डॉक्टर 50 वर्ष की आयु के बाद दाद का टीका लगवाने की सलाह देते हैं। चिकनपॉक्स के लक्षणचिकनपॉक्स के कारण निकलने वाले दाने वैरीसेला जोस्टर नामक वायरस के संपर्क में आने के 10 से 20 दिन के अंदर निकलते हैं। यह दाने 5 से 10 दिनों तक रहते हैं। दानों के अलावा कुछ और भी लक्षण दिखाई देते हैं जैसे-
- बुखार
- भूख में कमी
- सिर दर्द
- थकान
- पेट दर्द
- बुखार
- जोड़ों में दर्द या अकड़न
- सिर दर्द भूख कम लगना
- जी मिचलाना
- उल्टी
- इंजेक्शन वाली जगह पर दर्द, सूजन या लालिमा
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