देश का बागवानी उत्पादन 2023-24 में सालाना आधार पर मामूली रूप से 0.65 प्रतिशत घटकर 35.32 करोड़ टन रहने का अनुमान है। शनिवार को जारी सरकार के तीसरे अग्रिम अनुमान में यह बात कही गई। आम, केला, नींबू, अंगूर और कस्टर्ड सेब के अधिक उत्पादन से 2023-24 (जुलाई-जून) में फलों का उत्पादन 2.29 प्रतिशत बढ़कर 11.27 करोड़ टन होने की उम्मीद है।
कृषि मंत्रालय ने हालांकि कहा कि सेब, खट्टे फल, अमरूद, लीची, अनार और अनानास का उत्पादन गिरने की आशंका है। इसमें कहा गया कि सब्जियों का उत्पादन 20.58 करोड़ टन रहने का अनुमान है, जिसमें टमाटर, गोभी, फूलगोभी और कई अन्य सब्जियों में वृद्धि से आलू और प्याज जैसे प्रमुख खाद्य पदार्थों में कमी की भरपाई हो जाएगी।
प्याज का उत्पादन 242.4 लाख टन रहने की उम्मीद है। आलू का उत्पादन 5.70 करोड़ टन रहने की संभावना है। बिहार और पश्चिम बंगाल में कम उत्पादन के कारण यह आंकड़ा सालाना आधार पर गिरावट दर्शाता है। टमाटर का उत्पादन 4.38 प्रतिशत बढ़कर 213.2 लाख टन होने का अनुमान है। इसी तरह शहद, फूल, बागानी फसलों, मसालों और सुगंधित और औषधीय पौधों में इस साल वृद्धि का संकेत है।
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