बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियाँ अब जोर-शोर से चल रही हैं और सभी राजनीतिक दल पूरी सक्रियता के साथ चुनावी रणभूमि में उतर चुके हैं। इसी बीच जनसुराज पार्टी के संस्थापक और रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने स्पष्ट कहा है कि वे खुद भी इस बार चुनाव लड़ेंगे। साथ ही, पार्टी 9 अक्टूबर को अपने उम्मीदवारों की पूरी सूची का ऐलान करेगी।
बिहार में दो चरणों में मतदान होंगे, पहला 6 नवंबर और दूसरा 11 नवंबर। वोटों की गिनती 14 नवंबर को की जाएगी। पटना में पत्रकारों से बातचीत के दौरान प्रशांत किशोर ने कहा कि उम्मीदवारों की घोषणा में एक सरप्राइज शामिल होगा और उनका नाम भी इस लिस्ट में होगा। हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया कि वे किस विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे।
जनसुराज पार्टी की संभावित जीत पर बोलते हुए, प्रशांत किशोर ने दावा किया कि उनकी पार्टी को लगभग 28 फीसदी वोट हासिल होंगे। उन्होंने बताया कि ये वोटर वे होंगे जिन्होंने पिछले चुनाव में न एनडीए को और न ही महागठबंधन को वोट दिया था। उन्होंने कहा, “पिछले चुनाव में दोनों गठबंधनों को कुल 72 फीसदी वोट मिले थे। हमें यहीं बचे हुए 28 फीसदी वोट मिलेंगे। लोग यह भी कह रहे हैं कि जनसुराज पार्टी एनडीए और महागठबंधन दोनों के वोटों को नुकसान पहुंचाएगी।”
नीतीश कुमार के मुख्यमंत्री पद पर बने रहने को लेकर भी प्रशांत किशोर ने बड़ा बयान दिया। उन्होंने दावा किया कि चुनाव के बाद नीतीश कुमार मुख्यमंत्री नहीं रह पाएंगे। प्रशांत किशोर ने कहा, “मैं पूरी निष्ठा के साथ कह रहा हूं कि यह नीतीश कुमार का अंतिम चुनाव होगा। जनवरी 2026 में वे अपने आवास पर मकर संक्रांति नहीं मनाएंगे।”
प्रशांत किशोर के इस बयान और जनसुराज पार्टी के उम्मीदवारों के ऐलान के बाद बिहार के राजनीतिक परिदृश्य में हलचल बढ़ गई है। अब सभी की नजरें 9 अक्टूबर पर हैं, जब पार्टी अपने प्रत्याशियों की सूची सार्वजनिक करेगी और चुनावी रणभूमि में अपनी रणनीति को और स्पष्ट करेगी।
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