लखनऊ, 17 अप्रैल . उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर ने वक्फ कानून को गरीब मुसलमानों के लिए जरूरी बताया. उन्होंने स्पष्ट किया कि यह कानून किसी धर्म या समुदाय के खिलाफ नहीं, बल्कि गरीब मुसलमानों की भलाई के लिए है, ताकि उनके नाम पर बनी संपत्तियों का सही उपयोग हो सके और उनका वास्तविक लाभ उन्हें मिल सके.
राजभर ने कहा कि यह विषय न्यायालय में विचाराधीन है, लेकिन देश की संसद और राष्ट्रपति द्वारा इस कानून को मंजूरी दिए जाने के बाद अब इसे लंबा खींचने की जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा कि देशभर की जनता इस बिल के पक्ष में है और इसकी जल्द से जल्द अमल की अपेक्षा कर रही है.
उन्होंने आरोप लगाया कि वक्फ संपत्तियों पर वर्षों से कुछ प्रभावशाली लोगों ने कब्जा कर रखा है और अब जब सरकार उस पर कार्रवाई कर रही है, तो वही लोग इसका विरोध कर रहे हैं. जबकि आम मुस्लिम समाज, विशेषकर गरीब मुसलमान, इसका समर्थन कर रहा है क्योंकि इससे उनके अधिकारों की रक्षा होगी.
राजभर ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर भी निशाना साधा और कहा कि वहां की सरकार के संरक्षण में वक्फ संपत्तियों पर कब्जे हो रहे हैं और राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ती जा रही है. उन्होंने कहा कि यदि राज्य सरकारें इस तरह से अनदेखी करेंगी, तो केंद्र सरकार को हस्तक्षेप करना ही होगा.
समाजवादी पार्टी पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी समाज को बांटने और अशांति फैलाने की कोशिश कर रही है. उन्होंने दावा किया कि समाजवादी पार्टी योजनाबद्ध तरीके से दलित सांसदों से बयान दिलवाकर समाज में वैमनस्य पैदा करने की कोशिश कर रही है, ताकि राजनीतिक लाभ उठाया जा सके.
राजभर ने विश्वास दिलाया कि भारतीय जनता पार्टी सभी धर्मों और जातियों का सम्मान करती है, खासकर महिलाओं के सम्मान को सर्वोपरि मानती है. उन्होंने विपक्षी दलों से अपील की कि वे कानून का सम्मान करें और समाज में सौहार्द बनाए रखने में सहयोग करें.
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पीएसएम/केआर
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