Mumbai , 11 नवंबर . विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) अक्टूबर में शुद्ध खरीदार रहे और इस दौरान उन्होंने बीएफएसआई (बैंकिंग, फाइनेंशियल, सर्विसेज और इंश्योरेंस) और ऑयल एंव गैस सेक्टर में क्रमश: 1,501 मिलियन डॉलर और 1,030 मिलियन डॉलर का निवेश किया है. यह जानकारी Tuesday को एक रिपोर्ट में दी गई.
ब्रोकरेज फर्म जेएम फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशनल स्कियोरिटीज की रिपोर्ट में बताया गया कि अक्टूबर में एफआईआई और डीआईआई ने क्रमश: 1.3 अरब डॉलर और 6 अरब डॉलर का निवेश किया है और इस दौरान निफ्टी ने करीब 4.5 प्रतिशत का रिटर्न दिया है.
इसके अलावा मेटल, टेलीकॉम, ऑटो और पावर सेक्टर में रिकॉर्ड विदेशी निवेश दर्ज किया गया है, जो कि क्रमश: 355 मिलियन डॉलर, 243 मिलियन डॉलर, 110 मिलियन डॉलर और 109 मिलियन डॉलर है.
बीते महीने अक्टूबर में विदेशी निवेशकों ने कई सेक्टरों में बिकवाली भी की है, जिसमें एफएमसीजी से 482 मिलियन डॉलर, सर्विसेज से 391 मिलियन डॉलर, फार्मा से 351 मिलियन डॉलर, आईटी से 248 मिलियन डॉलर, ड्यूरेबल्स से 198 मिलियन डॉलर और केमिकल्स से 105 मिलियन डॉलर की निकासी की गई है.
रिपोर्ट में बताया गया कि एफआईआई के India में कुल निवेश, जिसे एसेट्स अंडर कस्टडी (एयूसी) भी कहा जाता है, में बीएफएसआई, ऑटो, ऑयल एंड गैस और फार्मा सेक्टर की हिस्सेदारी 60 प्रतिशत है.
एफआईआई एयूसी में बीएफएसआई 31.7 प्रतिशत की हिस्सेदारी के साथ सबसे बड़ा सेक्टर है.
सेक्टर आधार पर अक्टूबर में रियल एस्टेट, ऑयल एंड गैस, मेटल, बैंक और आईटी का प्रदर्शन सबसे अच्छा रहा, जबकि हेल्थकेयर, पावर, एफएमसीजी और ऑटो का प्रदर्शन कमजोर रहा.
एनएसई मिडकैप इंडेक्स में 4.8 प्रतिशत और बीएसई स्मॉलकैप इंडेक्स में 3.2 प्रतिशत की वृद्धि हुई.
निफ्टी वर्तमान में वित्त वर्ष 27 की अनुमानित आय के 20 गुना से ऊपर कारोबार कर रहा है, जो पिछले 10 वर्षों के औसत पीई रेश्यो से थोड़ा अधिक है.
–
एबीएस/
You may also like

अपारशक्ति खुराना को पसंद है शादी का मौसम, शेयर की खास तस्वीर

दिल्ली धमाका: 12 नवंबर को भी बंद रहेगा लाल किला मेट्रो स्टेशन, डीएमआरसी ने जारी किया अपडेट

दिल्ली धमाका: कांग्रेस नेता ने सरकार को घेरा, कहा- खुफिया एजेंसियों ने नहीं उठाए जरूरी कदम

जगन्नाथ मंदिर में कदम रखते ही क्यों गायब हो जाती है लाशों की गंध? जानिए रहस्य

धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की वृंदावन तक पदयात्रा के लिए मथुरा में तगड़े इंतजाम, दिल्ली-आगरा हाइवे पर भी असर




