आज हम जानेंगे सदाबहार के पौधे के बारे में, हमारे देश में कुछ ही लोग ऐसे होंगे जो सदाबहार से परिचित नहीं होंगे। सदाबहार एक झाड़ीनुमा पौधा है जो अपने सुंदर पुष्पों से सभी को आकर्षित करता है।सदाबहार को अलग-अलग प्रान्तों में अलग अलग नामों से जाना जाता है। सदाबहार एक अमेरिकन पौधा है लेकिन आज सारे भारत में फैल चुका है। इस पौधे की खास बात यह है की यह हमारे शरीर की अनेक बीमारियों से हमे छुटकारा दिला सकता है। आयुर्वेद में भी इसका जिक्र औषधि के रूप में किया गया है। तो आइए जानते है इससे होने वाले फायदों और किन-किन बिमारियों में यह पौधा लाभदायक है।
सदाबहार पौधे के कुछ फायदे
डायबिटीज के मरीजों के लिए यह पौधा ईश्वर के वरदान के रूप में है। यह एंटी डायबिटीज का काम करता है। अगर आपको यह ताजे ना मिले तो इसको छांव में सुखाकर इसका चूर्ण के रूप में भी आप सेवन कर सकते है। नियमित इस पौधे की 5 से 6 पत्तियों को तोड़कर इस को चबाकर खाएं या इसका रस निकालकर भी आप इसका सेवन करें तो आप का डायबिटीज नियंत्रण में रहेगा। इसके अलावा पानी के एक गिलास में 5 से 6 पुष्प तोड़कर अंदर रख दीजिए और लगभग 10 मिनट के बाद इस फूल को निकालकर इसे पी जाए तो भी शुगर नियंत्रित हो जाता है।
चेहरे पर के दाग धब्बे और मुंहासे दूर करने के लिए भी यह बहुत गुणकारी औषधि है। इन फूलों का रस निकलकर अपने चेहरे पर लगाने से चेहरा निखर जायेगा और दाग, धब्बे दूर हो जायेंगे।
इसके अलावा इसके रस का नित्य सेवन करने से उच्च रक्तचाप जल्दी से नियंत्रण में आ जाता है। साथ ही यह पौधा शरीर की मांसपेशियों के खिंचाव को कम करता है।
कैंसर के मरीजों के लिए भी यह सदाबहार का पौधा ईश्वर के वरदान से कम नही है। इसके पत्तों में कैंसर रोधी तत्व पाए जाते है। यह कैंसर को बढ़ाने वाली कोशिकाओं को रोक देता है और कोशिकाओं को यह ठीक भी करता है। शुरुआती स्तर के कैंसर मरीजों के लिए इसका नित्य सेवन करना बहुत ही ज्यादा फायदेमंद होता है। इसका आप लगातार सेवन करें तो कैंसर आगे बढ़ने से रुक भी सकता है।
You may also like
JSW MG Hector Midnight Carnival: ₹4 Lakh Discount and London Trip for 20 Lucky Buyers
IPL 2025: MI vs SRH मैच के दौरान कैसा रहेगा वानखेड़े स्टेडियम की पिच का मिजाज, पढ़ें ये रिपोर्ट
शिल्पा शेट्टी के प्रेम संबंध: बॉलीवुड के सितारों के साथ रिश्तों की कहानी
बांग्लादेश की सीक्रेट जेल की ख़ौफ़नाक कहानियां, जहां क़ैद होना था 'मौत से भी बदतर'
नाना पाटेकर का क्रांतिवीर का क्लाइमैक्स सीन: एक अनोखी कहानी