Flu Outbreak In Japan: कोरोना के बाद से दुनियाभर में लोगों के बीच किसी भी फ्लू को लेकर बहुत बड़ा डर बना रहता है. आजकल जापान ऐसी ही एक स्थिति से गुजर रहा है. वहां बेमौसम फ्लू के मामलों में अचानक जबरदस्त उछाल देखने को मिल रहा है. इस वजह से कई स्कूल भी बंद कर दिए गए हैं और बहुत से लोग भी अस्पताल में एडमिट हैं.
जापान में आमतौर पर फ्लू यानी इन्फ्लुएंजा का प्रकोप नवंबर या दिसंबर में शुरू होता है. लेकिन इस बार सितंबर के आखिरी हफ्ते से ही फ्लू ने लोगों को अपनी चपेट में लेना शुरू कर दिया है. अब जापान में हालत ये है कि करीब 4000 से ज्यादा लोगों को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा है. पूरे जापान में लगभग 100 से अधिक स्कूल, किंडरगार्टन और चाइल्ड केयर सेंटर बंद कर दिए गए हैं. जापान सरकार ने हालात को देखते हुए इसे देशव्यापी फ्लू महामारी घोषित कर दिया है और लोगों से सतर्क रहने की अपील भी की है.
रिपोर्ट्स
कई रिपोर्ट्स के मुताबिक ओकिनावा, टोक्यो और कागोशिमा जैसे इलाकों में फ्लू के मामले सबसे तेजी से बढ़े हैं. ये फ्लू छोटे बच्चों से लेकर बड़ो तक को प्रभावित कर रहा है. इससे देश के लगभग 3000 अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ने से हेल्थ सिस्टम पर दबाव बढ़ गया है. बहुत से डॉक्टरों का कहना है कि इस बार फ्लू का संक्रमण समय से काफी पहले और बेहद ज्यादा तीव्रता के साथ फैल रहा है. बहुत से हेल्थ एक्सपर्ट्स का मानना है कि ये न्यू नॉर्मल हो सकता है. यानी भविष्य में फ्लू किसी भी मौसम में फैल सकता है और इसका प्रकोप पहले से कहीं अधिक हो सकता है.
संक्रमण
कोविड महामारी के बाद लोगों की इम्यूनिटी में भारी गिरावट देखी जा रही है. लगातार बदलते मौसम और वायरस के नए वेरिएंट भी इस बढ़ते संक्रमण के लिए जिम्मेदार हैं. जापान के डॉक्टरों का कहना है कि कई मरीजों में लक्षण इतने गंभीर हैं कि उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा. इससे साफ है कि वायरस में म्यूटेशन हो रहा है और ये अब हर साल पहले से ज्यादा ताकतवर बनता जा रहा है.
सतर्क रहने की जरूरत
बहुत से लोगों के मन में अब सवाल ये उठ रहा है कि क्या भारत में भी ऐसा कुछ देखने को मिल सकता है. भारत में फिलहाल हालात इतने गंभीर नहीं हैं, लेकिन बदलते मौसम के साथ फ्लू के मामले काफी तेजी से बढ़ रहे हैं. कई ऑफिस, स्कूल या पब्लिक प्लेसेज पर लोगों को मास्क लगाने की सलाह दी जा रही है. अक्टूबर-नवंबर का समय वैसे भी फ्लू का समय माना जाता है. इस दौरान टेंपरेटर में गिरावट होती है और लोगों की इम्यूनिटी कमजोर हो जाती है और वायरस तेजी से फैलता है. स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि भारत में भी लोगों को सतर्क रहना चाहिए क्योंकि भीड़भाड़ वाले इलाकों में संक्रमण फैलने की संभावना सबसे अधिक रहती है.
खतरा अब भी टला नहीं
जापान जैसी स्थिति अभी फिलहाल भारत में नहीं है, लेकिन ऐसी परिस्थितियों में एहतियात बेहद जरूरी है. फ्लू से बचने के लिए हाथों की सफाई, फेस मास्क का इस्तेमाल और सोशल डिस्टेंसिंग जैसी आदतें फिर से अपनानी बेहज ही जरूरी हैं. खासकर बुजुर्गों, बच्चों और पहले से बीमार लोगों को ऐसे मौसम में काफी ज्यादा सावधानी बरतनी चाहिए क्योंकि ये लोग फ्लू के संक्रमण से काफी जल्दी प्रभावित हो सकते हैं. इम्यूनिटी को बूस्ट करने के लिए हेल्दी डाइट भी बेहद ही जरूरी है. भारत समेत बाकी देशों के जापान का ये फ्लू आउटब्रेक एक चेतावनी है कि कोविड महामारी के बाद का दौर खत्म जरूर हुआ है लेकिन खतरा अब भी टला नहीं है.
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