आजकल हर दस में से एक इन्सान पेट में गैस बनने की समस्या से पीड़ित है। यह शुरू में एक सामान्य बीमारी की तरह होती है लेकिन लगातार इसको नजरंदाज करने से गंभीर रोग को जन्म दे सकता है।
पेट में गैस बनने के कई कारण हो सकते हैं, जैसे – लगातार भूखे रहने से, खट्टे पदार्थ के सेवन से, एसिडिटी, बदहजमी, फूड पॉइजनिंग,कब्ज आदि समस्या होने पर पेट में गैस बनती है। कुछ लोग हमेशा गैस की समस्या से पीड़ित रहते है और कभी-कभी यह बहुत शर्मनाक भी हो सकता है।
इससे अक्सर पेट में ऐंठन, सूजन और भारीपन जैसी समस्या हो सकती है। वैद्यकीय रूप से यह एक ऐसी स्थिति है, जहां आपके पाचन तंत्र में अतिरिक्त गैस एकत्रित हो जाती है।
हमने अकसर देखा है बहुत से लोग पेट की परेशानी से बहुत परेशान रहते है जिसमे पेट की गैस से लोग बहुत परेशान रहते है और इस वजह से बहुत से लोगो का मजाक बन जाता है।
और इस परेशानी से बचने के लिए बहुत से लोग चूरन ओर दवाई लेना चालू कर देते है। और इन से लोगो फायदा तो मिल जाता है पर बाद में परेशानी भी झेलनी पड़ती है।
पेट फूलना या गैस बनना ऐसी समस्या है जिससे बहुत लोग प्रभावित होते हैं। पेट फूलना और इसके लक्षण, पेट फूलना ट्रीटमेंट, पेट फूलने पर क्या करना चाहिए।
पेट फूलने के लक्षण, बच्चों का पेट फूलना और खाना खाने के बाद पेट में भारीपन ऐसी समस्याएं हैं जिनके लिए अक्सर लोग डॉक्टर से दवा लेने के बाद भी राहत महसूस नहीं करते।
जरूरी है कि आप गैस के लक्षण समझें और गैस जड़ से खत्म करने के लिए घरेलू नुस्खों का इस्तेमाल करें। उसी से छुटकारा पाने के लिए, आप अपनी रसोई में आसानी से उपलब्ध सामग्री का उपयोग कर सकते हैं, जो कि सभी प्राकृतिक हैं। जी हां, आपने एकदम ठीक पढ़ा।
इस रोजमर्रा की समस्या को आप रसोई में रखी चीजों से ही ठीक कर सकते हैं। भारतीय रसोई घर उन सामग्रियों का खजाना हैं, जिनमें गुणकारी उपचार गुण हैं।
अगर किसी रोग से छुटकारा पाना चाहते हैं तो पहले उसके जन्म होने का कारण जानें और फिर कुछ सावधानी बरतते हुए इस रोग से निजात पा सकते हैं। यहाँ हम All Ayurvedic के माध्यम से पेट में गैस बनने की समस्या से छुटकारा पाने के कुछ उपाय बताने वाले हैं।
पेट में गैस की समस्या के लिए योगासनपेट में गैस की समस्या होने पर इस योगासन से तुरंत राहत मिलती है इसका नियमित रूप से अभ्यास करना चाहिए। जिससे भविष्य में इस समस्या से छुटकारा मिल सकता है।
पवन मुक्तासन | Pawanmuktasanaपवनमुक्तासन, आसन पेट के पाचन तंत्र (Digestive Tract) से अनावश्यक गैस को बाहर निकालने में मदद करता है।
इसलिए इसे अंग्रेजी में हवा बाहर निकालने का आसन (Wind Releasing Pose) कहा जाता है। पवनमुक्तासन एक उत्कृष्ट आसन है, जो अच्छे पाचन के लिए बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है।
पवन मुक्तासन करने की विधियोग मैट पर पेट के बल शवासन (Shavasana) में लेट जाएं। बाएं घुटने को मोड़ते हुए उसे पेट के पास तक ले आएं।
सांस छोड़ते हुए दोनों हाथों की उंगलियों को आपस में फंसाएं। अंगुलियों को घुटनों के नीचे रखेंगे।
अब बाएं घुटने से सीने को छूने की कोशिश कीजिए। सिर जमीन से ऊपर उठाएं और घुटने को नाक से छूने की कोशिश करें।
नाक को घुटनों से छूने के बाद 10 से 30 सेकेंड तक इसी मुद्रा में रहें। धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए सामान्य हो जाएं।
अब यही प्रक्रिया दाएं पैर से भी कीजिए। एक योग सेशन में 3 से 5 बार इस मुद्रा को दोहराएं।
पेट में गैस बनने की समस्या से छुटकारा पाने के घरेलु उपाय | Stomach Gas Remediesइलाइची, जीरा और सौंफ : पेट की गैस को ठीक करने के लिए आप एक पेय बना सकते हैं। जो सिर्फ तीन सामग्रियों का उपयोग करके फटाफट बनाया जा सकता है, वह है हरी इलायची, जीरा और सौंफ All Ayurvedic की टीम के आयुर्वेदिक विशेषज्ञ के अनुसार, इन तीन अवयवों का उपयोग से बने नुस्खे को पेट की गैस या पेट फूलने पर इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है।
सौंफ़ में मूत्रवर्धक गुण होते हैं, जबकि इलायची और जीरा दोनों गैस्ट्रिक विकृति से राहत दिलाने में मदद करते हैं और प्रकृति में पाचक होते हैं। सौंफ के बीजों में मौजूद वाष्पशील तेल गैस्ट्रिक एंजाइम के उत्पादन को बढ़ावा देने में मदद करते हैं, जो पाचन प्रक्रिया को और अधिक मजबूत बनाते हैं।
धनिया के बीज : 1 चम्मच धनिया के बीज को 5 मिनट के लिए पानी में उबालें और फिर दिन में दो बार इसे पीने से यह पेट के फूलने से जुड़ी समस्याओं में फायदेमंद हो सकता है। यह पेय शरीर में वॉटर रिटेंशन को कम करने में भी मदद करता है और हल्का महसूस करता है।
धनिया के फायदे बहुत ज्यादा होते हैं। इसमें मूत्रवर्धक गुण होते हैं और इसमें एक हार्मोन संतुलन क्रिया होती है, इसलिए इसे पूर्व-मासिक धर्म सिंड्रोम के लिए अच्छा माना जाता है।
नीम्बू और बेकिंग सोडा : एक गिलास गुनगुने पानी में एक नीम्बू निचोड़कर उसमें एक चुटकी बेकिंग सोडा मिला लें और इसे सुबह खाली पेट पीएं. ऐसा करने से पेट में गैस बनने की समस्या दूर होती है और एसिडिटी, बदहजमी, फूड पॉइजनिंग,कब्ज आदि बीमारी से भी छुटकारा मिलता है।
गुनगुने पानी और हींग : एक गिलास गुनगुने पानी में थोड़ा-सा हींग मिलाकर दिन में 3 बार पीने से गैस की समस्या से जल्द आराम मिलता है. अगर हींग उपलब्ध न हो तो, केवल गुनगुने पानी पी सकते हैं, इससे भी गैस में राहत मिलती है।
छाछ और काला नमक : पेट में गैस बनने की प्रॉब्लम हो तो, छाछ में आवश्यकतानुसार काला नमक मिलाकर पीएं, ऐसा करने से यह बीमारी तुरंत समाप्त हो जाते हैं. यह समस्या होने की स्थिति में छाछ और काला नमक सबसे ज्यादा विश्वसनीय उपाय है।
खाने के बाद इलायची का सेवन : जब भी आप खाना खाते है तो उसके बाद जरूर इलायची ओर एक लौंग का सेवन करे, ये वस्तुएं आप के पेट मे खाना खाने के बाद एसिडिटी ओर गैस को बनने से रोक देती है।
अदरक का सेवन : अदरक का छोटा सा टुकड़ा लेकर उसे चबाये फिर उसके बाद गुनगुना पानी का सेवन करे, या फिर आप पानी मे अदरक को पानी मे उबाल कर उसका सेवन कर सकते है।
अजवाइन के बीज : अजवाइन के बीजों में थाइमॉल नामक एक यौगिक होता है, जो पाचन में मदद करता है। अगर आप भी अक्सर गैस की समस्या से पीड़ित रहते है तो आप रोज खाने के बाद चुटकी भर अजवाइन खा लें। आप चाहे तो आप सुबह एक गिलास पानी में एक चम्मच अजवाइन डालकर खली पेट पी लें, इससे आपको बहुत फायदा होगा।
इस प्रकार अगर आपको भी पेट में गैस बनने की समस्या है तो हमारे द्वारा बताए गए इन उपायों को अपनाकर इससे जल्द आराम पा सकते हैं और स्वस्थ रह सकते हैं।
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