बिहार में पिछले पंद्रह दिनों में लगभग 50 हत्याएं हुई हैं, जिनमें से अधिकांश में लोगों को गोलियों से मारा गया। कुछ हत्याएं राजधानी पटना के प्रमुख अस्पतालों में हुईं, जबकि अन्य को सड़कों पर गोली मारी गई। इस स्थिति ने यह सवाल उठाया है कि इतनी गोलियां कहां से आ रही हैं। पुलिस की जांच में एक गन हाउस का पता चला है, जो सरकारी लाइसेंस पर चल रहा था, लेकिन मृतकों के नाम पर गोलियां बेच रहा था। जांच में यह भी सामने आया कि गन हाउस से कारतूसों की तस्करी की जा रही थी, जो अपराधियों तक पहुंचाई जा रही थीं।
विशाल गन हाउस पर कार्रवाई
विशाल नामक यह गन हाउस पूर्णिया जिले में स्थित है। हाल ही में, मजिस्ट्रेट की देखरेख में इसे सील कर दिया गया। पूर्णिया के एसपी स्वीटी सहरावत ने इस गन हाउस के लाइसेंस को रद्द करने के लिए डीएम को पत्र भेजा है। यह गन हाउस लंबे समय से कारतूसों की हेराफेरी कर रहा था, और मृत व्यक्तियों के नाम पर कारतूसों की बिक्री की जा रही थी।
पांच तस्करों की गिरफ्तारी
यह मामला तब उजागर हुआ जब पटना STF ने हाजीपुर रेलवे स्टेशन से पांच तस्करों को पकड़ा, जो अपराधियों को कारतूस की सप्लाई देने आए थे। इनसे पूछताछ के बाद, पटना STF ने विशाल गन हाउस पर छापेमारी की और स्टॉक रजिस्टर की जांच की। जांच में कई संदिग्ध व्यक्तियों को कारतूस सप्लाई करने के सबूत मिले।
तीन दिन में 90 कारतूस की खरीद
एसपी स्वीटी सहरावत ने बताया कि खगड़िया जिले के एक मृत व्यक्ति के नाम पर एक हथियार लाइसेंस था, जिसका उपयोग करके हाजीपुर के पांच युवक अवैध तरीके से कारतूस खरीद रहे थे। इन युवकों ने 27, 28 और 29 जून को 315 बोर के कुल 90 कारतूस खरीदे और हाजीपुर ले जाने का प्रयास किया।
फर्जी मोबाइल नंबर का खुलासा
जब पुलिस ने गन हाउस में दिए गए मोबाइल नंबर पर संपर्क किया, तो वह भी फर्जी निकला। यह नंबर झारखंड के किसी मजदूर के नाम पर दर्ज था। पुलिस अब गन हाउस के संचालक इंद्रजीत कुमार सिंह को रिमांड पर लेने की योजना बना रही है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि और कितने लोगों को कारतूस की सप्लाई की गई है।
हाजीपुर में FIR दर्ज
पटना STF ने 11 जुलाई को कारतूस की खरीद-बिक्री करने वाले पांच अपराधियों को गिरफ्तार किया था। इस मामले में हाजीपुर रेल थाने में FIR दर्ज की गई है। पूछताछ में पता चला कि 50 राउंड 8 एमएम की गोलियां विशाल गन हाउस से खरीदी गई थीं, जिसके बाद कार्रवाई की गई।
सीमांचल में गन हाउस की स्थिति
सीमांचल क्षेत्र में केवल तीन गन हाउस हैं, जिनमें से एक कटिहार और दो पूर्णिया में हैं। किशनगंज में कोई गन हाउस नहीं है। इन गन हाउस में लाइसेंस धारक अपनी आवश्यकता के अनुसार कारतूस खरीद सकते हैं, जबकि अपराधियों को भी गोलियों की आवश्यकता होती है, जिसे गन हाउस संचालक अवैध तरीके से उपलब्ध कराते हैं।
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