दिवंगत अभिनेता ओम पुरी हिंदी सिनेमा के सबसे प्रतिभाशाली कलाकारों में से एक माने जाते हैं। उनके अभिनय ने दर्शकों के दिलों में एक खास जगह बनाई। जबकि उनके करियर में सफलता की कोई कमी नहीं थी, उनकी व्यक्तिगत जिंदगी में कई उतार-चढ़ाव आए। ओम पुरी ने पहली शादी सीमा कपूर से की थी, जो लंबे समय तक नहीं चल सकी। हाल ही में सीमा कपूर ने अपने पूर्व पति और दिवंगत अभिनेता के बारे में कुछ चौंकाने वाले खुलासे किए।
तलाक की कहानी
ओम पुरी और सीमा कपूर की शादी 1990 में हुई थी, लेकिन यह रिश्ता कुछ ही महीनों में टूट गया। शादी के बाद ओम का नाम नंदिता पुरी के साथ जुड़ गया, जिससे सीमा को बहुत दुख हुआ। सीमा उस समय गर्भवती थीं और उन्होंने ओम के साथ अपने रिश्ते को सुधारने की कोशिश की, लेकिन अंततः यह रिश्ता समाप्त हो गया। कानूनी प्रक्रिया के दौरान सीमा ने अपने बच्चे को भी खो दिया, जिससे वह मानसिक रूप से टूट गईं। एक हालिया इंटरव्यू में, सीमा ने बताया कि ओम ने शादी से एक दिन पहले उनके सामने एक नौकरानी के साथ अपने अफेयर का खुलासा किया।
दशकों का रिश्ता
सीमा कपूर ने सिद्धार्थ कन्नन के साथ बातचीत में बताया कि उन्होंने 1989 में ओम पुरी से सगाई की थी और शादी से पहले लगभग 10 साल तक एक-दूसरे को डेट किया। सीमा ने कहा, 'हमने शादी के लिए निमंत्रण भेज दिए थे। हम एक छोटे शहर, झालावाड़ से हैं, जहां मेरे माता-पिता की बहुत इज्जत थी। ओम ने मुझे नदी के किनारे ले जाकर अपने अफेयर के बारे में बताया। शादी से एक दिन पहले इसे रद्द करने की हिम्मत मुझमें नहीं थी।'
सीमा कपूर की प्रतिक्रिया
सीमा ने इंटरव्यू में कहा कि उन्हें समझ नहीं आया कि ओम ने शादी से एक दिन पहले यह बात क्यों बताई। अगर ओम पहले ही यह बात बता देते, तो शायद चीजें अलग होतीं। उन्होंने इसे 'टॉक्सिक मैस्कुलिनिटी' करार दिया, यह कहते हुए कि ऐसे लोग आपको यह सोचने पर मजबूर करते हैं कि वे ईमानदार हैं।
अंतिम समय में संपर्क
सीमा कपूर ने कहा कि अगर आज के समय में यह सब होता, तो वह ओम पुरी से शादी नहीं करतीं। उन्होंने बताया कि ओम ने अपने अंतिम वर्षों में उनसे संपर्क किया और अपने व्यवहार के लिए माफी मांगी। सीमा के अनुसार, ओम ने स्वीकार किया कि उन्होंने उनके साथ अच्छा व्यवहार नहीं किया।
You may also like
Robert Vadra Hints at Political Debut Amid Growing Buzz: Big Move in Congress Likely Soon
(अपडेट) 2 मई काे बाबा तुंगनाथ और 21 मई को मद्महेश्वर के खुलेंगेे कपाट
सुजीत सिन्हा गैंग के शातिर अपराधी सहित दो गिरफ्तार
सामाजिक न्याय, समानता और मानवाधिकारों के प्रबल पक्षधर थे भीमराव आंबेडकर: राज्यपाल
रेलवे ट्रैक के पास लावारिस मिला आठ-दस दिन का मासूम