मोबाइल और कंप्यूटर के अत्यधिक उपयोग से निकलने वाली नीली रोशनी आंखों को सबसे ज्यादा प्रभावित करती है, जिससे दृष्टि कमजोर हो सकती है। आंखों की रोशनी को सुधारने के लिए नीम के रस की दो बूंदें आंखों में डालें। यह न केवल दृष्टि को बढ़ाएगा, बल्कि कंजक्टिवाइटिस जैसी समस्याओं में भी राहत देगा।
2. मधुमेह से सुरक्षा
मधुमेह एक गंभीर बीमारी है, और इसकी संख्या लगातार बढ़ रही है। रक्त में शुगर की मात्रा बढ़ने से यह समस्या उत्पन्न होती है। रोजाना नीम का रस पीने से रक्त शर्करा का स्तर नियंत्रित रहता है, जिससे मधुमेह का खतरा कम होता है।
3. पायरिया में सहायक
यदि मसूड़ों से खून आ रहा है या पायरिया हो गया है, तो नीम की छाल या पत्तों का पानी से कुल्ला करना फायदेमंद होता है। यह मसूड़ों और दांतों को मजबूत बनाता है। नीम के फूलों का काढ़ा पीने से भी दांतों की समस्याओं में सुधार होता है।
4. रक्त शुद्धिकरण
यदि रक्त शुद्ध नहीं है, तो कई स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। नीम का पानी एक प्राकृतिक रक्त-शोधक है, जो बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है।
5. चिकन पॉक्स के निशान मिटाना
चिकन पॉक्स के धब्बे अक्सर लंबे समय तक रहते हैं। इनसे छुटकारा पाने के लिए नीम के रस से चेहरे की मालिश करें। नियमित उपयोग से ये धब्बे धीरे-धीरे कम हो जाएंगे।
6. बीमारियों का इलाज
नीम का पानी मलेरिया और पीलिया जैसी बीमारियों के उपचार में सहायक होता है। इसके एंटी-बैक्टीरियल गुण मलेरिया के वायरस को बढ़ने से रोकते हैं और लीवर को मजबूत बनाते हैं।
7. चेहरे के लिए फायदेमंद
नीम का पानी चेहरे की चमक बढ़ाने और मुहांसों की समस्या को दूर करने में प्रभावी है। इसे चेहरे पर लगाने से मुहांसों में कमी आती है और त्वचा की नमी बनी रहती है।
8. गर्भावस्था में उपयोग
गर्भावस्था के दौरान नीम का पानी पीने से योनि में होने वाले दर्द में कमी आती है। प्रसव के समय नीम के रस से मालिश करने से दर्द में राहत मिलती है।