लौंग के फायदे
लौंग में यूजेनॉल की उपस्थिति इसे साइनस और दांत दर्द जैसी समस्याओं के उपचार में सहायक बनाती है। इसकी गर्म तासीर के कारण, सर्दी-जुकाम के दौरान लौंग का सेवन या इसकी चाय पीना लाभकारी होता है। लौंग के तेल का उपयोग करते समय इसे नारियल तेल के साथ मिलाना चाहिए ताकि इसकी गर्मी से स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव न पड़े। लौंग कोशिकाओं को पोषण देती है, जिससे यह टी.बी और बुखार में एंटीबायोटिक का कार्य करती है। यह रक्तशोधक और कीटाणुनाशक गुणों से भरपूर होती है, जो मुंह, आंतों और पेट में सूक्ष्म कीटाणुओं को रोकने में मदद करती है।
लौंग की पहचान
बाजार में मिलने वाली लौंग में अक्सर तेल निकाली हुई लौंग मिलाई जाती है। यदि लौंग में झुर्रियां हैं, तो यह संकेत है कि यह तेल निकाली हुई है, जिसे नहीं खरीदना चाहिए। लौंग से कई प्राकृतिक औषधियाँ बनती हैं। आइए जानते हैं लौंग के अद्भुत फायदों के बारे में।
रात को लौंग से होने वाले 7 फ़ायदे
श्वसन संक्रमण से राहत: लौंग एक प्राकृतिक दर्द निवारक है और रोगाणुओं से भी बचाता है। यह गले की खराश को कम करने में मदद करता है। पाचन में सुधार: लौंग उल्टी, दस्त, आंत्र गैस और पेट दर्द को कम करने में सहायक है। ध्यान रखें कि इसका अधिक सेवन परेशानी पैदा कर सकता है। पेट की गैस: 2 लौंग को पीसकर उबलते आधे कप पानी में डालें। ठंडा होने पर पीने से पेट की गैस में राहत मिलेगी। जी मिचलाना: 2 लौंग को पीसकर आधे कप पानी में मिलाकर गर्म करके पीने से जी मिचलाना ठीक हो जाता है। दांत दर्द से राहत: कपास के टुकड़े से लौंग का तेल पीड़ादायक दांत या मसूड़ों पर लगाकर दर्द कम किया जा सकता है। सूजन कम करें: लौंग के तेल से मांसपेशियों की मालिश करने से सूजन में राहत मिलती है। घावों का उपचार: लौंग का तेल जैतून के तेल में मिलाकर घाव पर लगाने से घाव जल्दी ठीक होते हैं। लौंग के अन्य 12 बेहतरीन फ़ायदे
पाचन क्रिया में सुधार: लौंग, सौंठ, कालीमिर्च, पीपल, और अजवायन को मिलाकर एक मिश्रण बनाएं और इसे नींबू के रस के साथ लें। चक्कर आना: लौंग को पानी में उबालकर चक्कर आने वाले रोगी को पिलाने से राहत मिलती है। गठिया रोग: लौंग, भुना सुहागा, और कालीमिर्च को मिलाकर गोलियां बनाकर सेवन करने से गठिया का उपचार होता है। कब्ज: लौंग, कालीमिर्च, और अजवायन को मिलाकर नींबू के रस में डालकर सेवन करें। कमरदर्द: लौंग के तेल की मालिश से कमर दर्द में राहत मिलती है। साइटिका: लौंग के तेल से पैरों की मालिश करने से साइटिका का दर्द कम होता है। टांसिल का बढ़ना: लौंग और मुलेठी का काढ़ा पीने से टांसिल की समस्या में राहत मिलती है। दांतों का दर्द: नींबू के रस में लौंग मिलाकर दांतों पर लगाने से दर्द कम होता है। दमा या श्वास रोग: लौंग को पानी में उबालकर पीने से अस्थमा में राहत मिलती है। दांत के कीड़े: कीड़े लगे दांतों में लौंग का तेल लगाने से कीड़े नष्ट होते हैं।