नई दिल्ली: डिफेंस सेक्टर की सरकारी कंपनी Cochin Shipyard Ltd के स्टॉक में मंगलवार को तेज़ी देखने को मिली. स्टॉक में मंगलवार को 2 प्रतिशत से ज़्यादा की तेज़ी देखी गई, जिससे स्टॉक ने 1807 रुपये के इंट्राडे हाई लेवल को टच किया. इस तेज़ी का कारण यह है कि कंपनी को यूरोप के एक जाने-माने ग्राहक से 2000 करोड़ रुपये से ज़्यादा का ऑर्डर मिला है. इस ख़बर के बाद स्टॉक में निवेशकों की दिलचस्पी बढ़ गई है.
कंपनी को मिला ऑर्डरकोचीन शिपयार्ड ने एक रेग्यूलेटरी फाइलिंग में कहा कि उसे एक जाने-माने यूरोपीय ग्राहक से एक बहुत बड़ा ऑर्डर मिला है. बता दें कि कंपनी 2,000 करोड़ रुपये से अधिक की कीमत के किसी भी ऑर्डर को मेगा ऑर्डर मानती है.
कोचीन शिपयार्ड ने कहा कि यह ऑर्डर छह छोटे कंटेनर जहाजों को बनाने के लिए है. इनमें से हर एक जहाज की क्षमता 1,700 मानक कंटेनर (टीईयू) ले जाने में सक्षम होगा, तथा लिक्विड नैचुरल गैस (एलएनजी) से संचालित होंगे.
डिफेंस कंपनी ने कहा कि उसने 14 अक्टूबर को लेटर ऑफ इंटेंट (एलओआई) पर साइन किए हैं. सभी तकनीकी और कमर्शियल विवरणों के साथ एक औपचारिक कॉन्ट्रैक्ट पर बाद में साइन किए जाएंगे.
कोचिन शिपयार्ड ने बताया कि उसकी ऑर्डर बुक मौजूदा समय में 21,100 करोड़ रुपये की है, जबकि वित्तीय वर्ष 2025 की जून तिमाही के आखिर में यह 22,500 करोड़ रुपये की थी.
FII भी स्टॉक में बढ़ा रहे हिस्सेदारीकंपनी के शेयरहोल्डिंग पैटर्न को देखें तो इस बात का पता चलता है कि डिफेंस सेक्टर की इस सरकारी कंपनी में विदेशी निवेशकों यानी एफआईआई ने भी हिस्सेदारी बढ़ाई है. ट्रेंडलाइन के मुताबिक, एफआईआई ने जून 2025 तिमाही में अपनी हिस्सेदारी को 2.88% से बढ़ाकर 3.87% कर दिया है.
शेयर परफॉरमेंसपिछले 6 महीने में तो यह डिफेंस स्टॉक 24 प्रतिशत तक चढ़ा है. लेकिन पिछले एक साल में यह स्टॉक सिर्फ 10 प्रतिशत तक ही चढ़ा है. पिछले 5 साल में इस स्टॉक ने निवेशकों को 1000 प्रतिशत से ज़्यादा का रिटर्न दिया है. स्टॉक का 52 वीक हाई लेवल 2545 रुपये का है, तो स्टॉक का 52 वीक लो लेवल 1180 रुपये का है.
कंपनी को मिला ऑर्डरकोचीन शिपयार्ड ने एक रेग्यूलेटरी फाइलिंग में कहा कि उसे एक जाने-माने यूरोपीय ग्राहक से एक बहुत बड़ा ऑर्डर मिला है. बता दें कि कंपनी 2,000 करोड़ रुपये से अधिक की कीमत के किसी भी ऑर्डर को मेगा ऑर्डर मानती है.
कोचीन शिपयार्ड ने कहा कि यह ऑर्डर छह छोटे कंटेनर जहाजों को बनाने के लिए है. इनमें से हर एक जहाज की क्षमता 1,700 मानक कंटेनर (टीईयू) ले जाने में सक्षम होगा, तथा लिक्विड नैचुरल गैस (एलएनजी) से संचालित होंगे.
डिफेंस कंपनी ने कहा कि उसने 14 अक्टूबर को लेटर ऑफ इंटेंट (एलओआई) पर साइन किए हैं. सभी तकनीकी और कमर्शियल विवरणों के साथ एक औपचारिक कॉन्ट्रैक्ट पर बाद में साइन किए जाएंगे.
कोचिन शिपयार्ड ने बताया कि उसकी ऑर्डर बुक मौजूदा समय में 21,100 करोड़ रुपये की है, जबकि वित्तीय वर्ष 2025 की जून तिमाही के आखिर में यह 22,500 करोड़ रुपये की थी.
FII भी स्टॉक में बढ़ा रहे हिस्सेदारीकंपनी के शेयरहोल्डिंग पैटर्न को देखें तो इस बात का पता चलता है कि डिफेंस सेक्टर की इस सरकारी कंपनी में विदेशी निवेशकों यानी एफआईआई ने भी हिस्सेदारी बढ़ाई है. ट्रेंडलाइन के मुताबिक, एफआईआई ने जून 2025 तिमाही में अपनी हिस्सेदारी को 2.88% से बढ़ाकर 3.87% कर दिया है.
शेयर परफॉरमेंसपिछले 6 महीने में तो यह डिफेंस स्टॉक 24 प्रतिशत तक चढ़ा है. लेकिन पिछले एक साल में यह स्टॉक सिर्फ 10 प्रतिशत तक ही चढ़ा है. पिछले 5 साल में इस स्टॉक ने निवेशकों को 1000 प्रतिशत से ज़्यादा का रिटर्न दिया है. स्टॉक का 52 वीक हाई लेवल 2545 रुपये का है, तो स्टॉक का 52 वीक लो लेवल 1180 रुपये का है.
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