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10.36 लाख का स्पा ट्रीटमेंट, लाख 26 लाख का गोल्फ सेट, 43 करोड़ का लग्जरी फ्लैट.. निवेशकों के पैसे ऐसे उड़ा रहे थे जेनसोल के सीईओ जग्गी

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जेनसोल इंजीनियरिंग पर हुई सेबी की कार्रवाई से प्रमोटर और सीईओ अनमोल सिंह जग्गी की लग्जरी लाइफस्टाइल का चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. सेबी ने जेनसोल इंजीनियरिंग के संस्थापकों अनमोल सिंह जग्गी और उनके भाई पुनीत सिंह जग्गी पर कंपनी में अपनी भूमिका संभालने पर अगले आदेश तक रोक लगा दी है. कंपनी के फंड्स का निजी इस्तेमालसेबी की जांच में यह सामने आया कि जेनसोल इंजीनियरिंग के सीईओ अनमोल सिंह जग्गी कंपनी के फंड्स का इस्तेमाल निजी खर्चों के लिए करते थे. जांच में उनकी लग्जरी लाइफ़स्टाइल और महंगे तोहफे का खुलासा हुआ है. - सेबी की जांच में यहां सामने आया कि उन्होंने गुरुग्राम के लग्जरी हाउसिंग प्रोजेक्ट डीएलएफ कैमिलियास में 42.94 करोड़ों रुपये में एक अपार्टमेंट खरीदा. बड़ी बात यह है कि यह पैसा जेनसोल से गो-ऑटो प्राइवेट लिमिटेड से कैपब्रिज वेंचर्स को भेजा गया. कैप ब्रिज वेंचर्स अनमोल जग्गी और पुनीत जग्गी की कंपनी है. - इसके अलावा उन्होंने 26 लाख रुपये टेलरमेड से गोल सेट खरीदने में लगा दिए. - निवेशकों के पैसे से जग्गी स्पा सेशन भी इंजॉय करते थे. उन्होंने 10.36 लाख रुपये स्पा ट्रीटमेंट लिए खर्च किए. - मेकमायट्रिप के जरिये निजी यात्राओं पर 3 लाख रुपये खर्च किए गए. - यूएई दिरहम के लिए 1.86 करोड़ रुपये, टाइटन की घड़ियां या ज्वेलरी पर 17.28 लाख रुपये खर्च किए गए. - आईसीआईसीआई बैंक के क्रेडिट कार्ड के बिल चुकाने के लिए 9.95 लाख रुपये खर्च किए गए. - सेबी की जांच में यह भी सामने आया कि अनमोल ने 2.98 करोड़ रुपये अपनी पत्नी मुग्धा कौर जग्गी और 6.20 करोड़ रुपये अपनी मां जस्मिंदर कौर के खाते में ट्रांसफर किए. - इसके अलावा निवेशकों के पैसे से ही उन्होंने कश्मीर ग्रोवर के स्टार्टअप थर्ड यूनिकॉर्न में 50 लाख रुपये का निवेश किया. निवेशकों के पैसे पर मौज सेबी ने अपनी जांच में यह पाया कि कंपनी के प्रमोटर्स ने निवेशकों का पैसा अपने निजी इस्तेमाल के लिए किया. साल 2022 में जेनसोल ने इलेक्ट्रिक वाहन खरीद के लिए इंडियन रिन्यूएबल एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी से 71.41 करोड़ रुपये का लोन लिया था. इस लोन के साथ ही कंपनी के 26 करोड रुपये को गो-ऑटो के जरिए विभिन्न संस्थाओं में ट्रांसफर किया गया. इतना ही नहीं इन फंड्स का बड़ा हिस्सा कंपनी के प्रमोटर्स ने निजी खर्चों और लग्जरी संपत्तियों को खरीदने के लिए भी किया. जिसे सेबी ने निवेशकों के साथ विश्वास घात बताया. फिलहाल सेबी ने कार्यवाही करते हुए दोनों भाई अनमोल और पुनीत को जेनसोल या किसी अन्य लिस्टेड कंपनी में निदेशक या प्रमुख प्रबंधकीय पद संभालने से प्रतिबंधित कर दिया है. जब तक सेबी का अगला आदेश नहीं आता तब तक यह प्रतिबंध लागू रहेगा. इसके अलावा सेबी के अगले आदेश तक दोनों सिक्योरिटी मार्केट में भी भाग नहीं ले सकते हैं. जेनसोल के प्रस्तावित 1:10 स्टॉक स्प्लिट पर भी नियामक ने रोक लगा दी है.
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