ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच वनडे सीरीज खेली जा रही है। दोनों टीमों के बीच पहला वनडे 19 सितंबर को खेला गया। इस मैच में ट्रैविस हेड के विस्फोटक शतक की बदौलत न सिर्फ ऑस्ट्रेलिया ने 316 रन का मुश्किल लक्ष्य हासिल कर लिया बल्कि वनडे क्रिकेट में रिकॉर्ड लगातार 13वीं जीत भी दर्ज की।
ट्रेंट ब्रिज, नॉटिंघम में हुए मैच में इंग्लैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए बेन डकेट के 95 और विल जैक के 62 रनों की बदौलत 49.4 ओवर में 315 रन बनाए। ऑस्ट्रेलिया के लिए स्पिनरों ने शानदार गेंदबाजी की जहां एडम जम्पा और मार्नस लाबुशेन ने 3-3 विकेट लिए।
इंग्लैंड के 315 रनों के जवाब में ऑस्ट्रेलिया की पारी की शुरुआत बेहद खराब रही और उन्हें पहला झटका चौथे ओवर में मिचेल मार्श के रूप में लगा। हालांकि इसके बाद ट्रेविस हेड मार्नस लाबुशेन के साथ एक छोर पर मजबूती से खड़े रहे और इंग्लिश गेंदबाजों पर ऐसा हमला बोला कि 316 रनों का लक्ष्य महज 44 ओवर में ही पार कर लिया।
ट्रैविस हेड ने की धुआंधार बल्लेबाजीट्रैविस हेड ने सिर्फ 129 गेंदों पर 20 चौकों और 5 छक्कों की मदद से 154 रनों की नाबाद पारी खेली। हेड ने इंग्लैंड के खिलाफ वनडे में दूसरी बार 150 से ज्यादा रन बनाए। इस तरह वह वनडे क्रिकेट में इंग्लैंड के खिलाफ 150 से ज्यादा रन बनाने वाले दुनिया के पहले बल्लेबाज बन गए।
यह हेड का वनडे में सर्वश्रेष्ठ स्कोर है। उन्होंने इससे पहले नवंबर 2022 में मेलबर्न में इंग्लैंड के खिलाफ 152 रन की पारी खेली थी। इस शानदार बल्लेबाजी की वजह से उन्हें ‘मैन ऑफ द मैच’ का अवॉर्ड मिला।
ऑस्ट्रेलिया ने कैसे जीता यह मुश्किल मैच?अवॉर्ड लेते समय, इस दिग्गज बल्लेबाज ने ऑस्ट्रेलिया के प्रदर्शन के बारे में बात की और बताया कि कैसे उन्होंने रन चेज की शुरुआत में मुश्किल परिस्थितियों से पार पाते हुए मैच को जीत लिया। हेड ने मैच के बाद प्रेजेंटेशन सेरेमनी में कहा:
“जोफ्रा आर्चर ने शुरुआत में घातक गेंदबाजी की थी, मैं भाग्यशाली रहा की आउट नहीं हुआ। मुझे खुशी है कि मैंने गेम को आगे बढ़ाया। यह विकेट बहुत अच्छी है। मुझे लगता है कि टीम को शुरुआत दिलाना मुश्किल था और हमने कैसे-तैसे करके विकेट्स बचाए। लेकिन उसके बाद हमने अपना लय पकड़ा और मुश्किल से लक्ष्य को आसानी से हासिल कर लिया। यहां का माहौल अच्छा है और मुझे अपने साथियों के लिए खेलने में मजा आता है। मैंने बहुत मेहनत की है और यह मेरे खेल में दिख रहा है।”