पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में वक़्फ़ क़ानून के मुद्दे पर हो रहे विरोध प्रदर्शन ने हिंसक रूप ले लिया. मुर्शिदाबाद ज़िला प्रशासन के एक अधिकारी ने बीबीसी हिंदी को बताया है कि इस हिंसा में अब तक तीन लोगों की मौत हो गई है.
वक़्फ़ क़ानून के ख़िलाफ़ मुर्शिदाबाद के जंगीपुर में पिछले दो-तीन दिनों से प्रदर्शन चल रहे थे, लेकिन यहां शुक्रवार से हालात बिगड़ने लगे.
अधिकारी ने बीबीसी हिंदी को ये भी बताया है कि इलाक़े में हालात धीरे-धीरे काबू में आ रहे हैं. हालात पर नियंत्रण पाने के लिए पुलिस के अलावा बीएसएफ़ को भी इलाक़े में तैनात किया गया है.
शुक्रवार दोपहर के बाद यह तनाव और ज़्यादा बढ़ गया और मुर्शिदाबाद में तोड़फोड़, आगजनी, राष्ट्रीय राजमार्ग और ट्रेन यातायात को रोकने की कोशिश की गई. जिसकी वजह से कुछ ट्रेनों के परिचालन पर भी असर पड़ा.
तनाव के बीच केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन ने पश्चिम बंगाल पुलिस महानिदेशक से वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के ज़रिए हालात की जानकारी ली है और मदद का आश्वासन दिया है.
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गृह मंत्रालय की ओर से जारी , इस बातचीत में पश्चिम बंगाल के डीजीपी ने बताया कि स्थिति तनावपूर्ण है लेकिन नियंत्रण में है और इसकी कड़ी निगरानी की जा रही है.
डीजीपी ने ये भी कहा कि वो स्थानीय स्तर पर तैनात बीएसएफ़ की सहायता ले रहे हैं और अभी तक 150 से अधिक व्यक्तियों को गिरफ़्तार किया गया है.
वहीं, केंद्रीय गृह सचिव ने कहा कि मुर्शिदाबाद में स्थानीय रूप से उपलब्ध बीएसएफ़ के लगभग 300 कर्मियों के अलावा राज्य सरकार के अनुरोध पर पाँच कंपनियों को तैनात किया गया है.
शनिवार को बढ़ी हिंसा
इस हिंसा में मुर्शिदाबाद की कई जगहों से तोड़ फोड़ और आगजनी की तस्वीरें भी सामने आई हैं.
प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प होने से तनाव बढ़ता गया. हालांकि यह तनाव शनिवार सुबह तक नियंत्रण में था, लेकिन धीरे-धीरे हालात बिगड़ते चले गए.
धुलियान और सूती के विभिन्न इलाकों से भी शनिवार को हिंसा की ताजा खबरें सामने आने लगीं. पुलिस ने पुष्टि की है कि आज धुलियान में एक व्यक्ति को गोली मारी गई.
पश्चिम बंगाल पुलिस के अतिरिक्त महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) जावेद शमीम ने कहा कि घायल व्यक्ति को अस्पताल ले जाया गया है.
इससे पहले शुक्रवार रात को आरोप लगे थे कि सूती में एक नाबालिग समेत दो लोगों को गोली मार दी गई.
सूती के एक निवासी ने बीबीसी बांग्ला को बताया, "धुलियान और सूती में पिछले कुछ दिनों से आग लगी हुई है. यहां डर का माहौल है."
उन्होंने कहा, "पुलिस की गाड़ियों, एंबुलेंस, बसों में तोड़फोड़ की गई, आग लगाई गई. सोने की दुकानों, मिठाई की दुकानों, निजी आवासों को लूटा गया. पुलिस या प्रशासन कुछ नहीं कर सका. बाद में बीएसएफ बलों को तैनात किया गया. लेकिन स्थिति अच्छी नहीं है."
आरोप है कि यहां कई शॉपिंग मॉल में भी लूटपाट की गई.
इस मामले में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने मुर्शिदाबाद में केंद्रीय बलों की तैनाती की मांग को लेकर उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया. विशेष पीठ में मामले की सुनवाई के बाद अदालत ने केंद्रीय बलों की तैनाती का आदेश दिया.
उनके वकील ने समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में बताया, "हम कुछ दिनों से पूरे पश्चिम बंगाल में बढ़ती हिंसा को देख रहे हैं, ख़ासकर मुर्शिदाबाद ज़िले में.विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने केंद्रीय बलों की तैनाती और मामले की एनआईए से जांच के लिए जनहित याचिका दायर की थी."
पश्चिम बंगाल में बीजेपी नेता , "मुर्शिदाबाद ज़िले को पश्चिम बंगाल से अलग करने की एक साज़िश चल रही है "
उन्होंने आरोप लगाया है कि हिंदू बहुल इलाक़ों में हिंसा की जा रही है, लेकिन राज्य के डीजीपी कह रहे हैं कि कुछ भी नहीं हुआ है.
संशोधित वक़्फ़ अधिनियम के खिलाफ पिछले कुछ दिनों से पश्चिम बंगाल के विभिन्न जिलों में विरोध प्रदर्शन चल रहे हैं. इसके ख़िलाफ़ कोलकाता में भी विरोध प्रदर्शन हुए.
ममता बनर्जी ने कहा- राज्य में लागू नहीं होगा वक़्फ़ क़ानूनइस बीच राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार की हिंसा के बाद सोशल मीडिया एक्स पर कहा है कि पश्चिम बंगाल में वक़्फ़ संशोधन क़ानून लागू नहीं होगा.
ममता बनर्जी का कहना है कि यह क़ानून केंद्र सरकार ने बनाया है और उन्हीं से इसका जवाब मांगा जाना चाहिए.
, "मेरी हर धर्म के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील है. धर्म के नाम पर किसी तरह के गैर धार्मिक आचरण में न पड़ें. हर जीवन अनमोल है. राजनीति के लिए दंगा न फ़ैलाएं, जो लोग ऐसा कर रहे हैं वो समाज को नुक़सान पहुंचा रहे हैं."
वहीं पश्चिम बंगाल में राज्य कांग्रेस के अध्यक्ष शुभांकर सरकार ने कहा है, "पश्चिम बंगाल में ऐसा नहीं होना चाहिए था. बंगाल शांति और सद्भाव की जगह है. मैं बंगाल और मुर्शिदाबाद की जनता से भाईचारा और शांति बनाए रखने की अपील करता हूं."
, "साल 2026 में पश्चिम बंगाल में चुनाव होने हैं, इसे ध्यान में रखकर बीजेपी और टीएमसी अपने फायदे के लिए हालात का राजनीतिकरण करना चाहती है."
पश्चिम बंगाल के पुलिस महानिदेशक राजीव कुमार ने एक प्रेस कॉन्फ़्रेंस कर हिंसा और इसे लेकर उठाए जा रहे कदमों की जानकारी दी.
, "कल से जंगीपुर में अशांति और सांप्रदायिक तनाव बना हुआ है."
उन्होंने कहा, "हमारी ज़िम्मेदारी है कि हम, लोगों की जान और उनकी संपत्ति की रक्षा करें. हम पूरी सख़्ती के साथ हिंसा से निपटेंगे. इस समय अफ़वाहों पर रोक लगना ज़रूरी है. लोगों को अफ़वाहों पर भरोसा नहीं करना है. इस समय हम ऐसे हालात का सामना कर रहे हैं, जिसमें हर किसी को एकजुट रहना है."
उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील भी की है.
पुलिस प्रमुख ने कहा है, "हमें यह समझने की ज़रूरत है कि यह लड़ाई अच्छे और बुरे लोगों के बीच है. जो लोग हिंसा कर रहे हैं हम उनके साथ बेहद सख़्ती से निपटेंगे."
उनका कहना है, "ऐसी बातें की जा रही हैं कि जो वक़्फ़ क़ानून बना है उससे ये हो जाएगा, वो हो जाएगा. लोगों को सच्चाई समझनी चाहिए, लोगों को बात समझनी चाहिए उसके बाद प्रतिक्रिया देनी चाहिए."
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