रणथंभौर दुर्ग पर पिछले दो महीनों से बाघ-बाघिनों की आवाजाही लगातार जारी है। मंगलवार रात को भी बाघ टी-120 यानी गणेश की हलचल रणथंभौर दुर्ग के आसपास देखी गई। इसके चलते एहतियात के तौर पर वन विभाग ने त्रिनेत्र गणेश मंदिर मार्ग और रणथंभौर दुर्ग को श्रद्धालुओं के लिए फिर से बंद कर दिया।
वन अधिकारियों ने बताया कि दुर्ग में बाघों की लगातार आवाजाही के चलते निगरानी और ट्रैकिंग के लिए दुर्ग और उसके आसपास के इलाकों में फोटो ट्रैप कैमरे लगाए गए हैं। विभाग द्वारा इनकी नियमित जाँच की जा रही है।बुधवार सुबह फोटो ट्रैप कैमरे की जाँच के दौरान बाघ टी-120 यानी गणेश की हलचल मंगलवार रात दुर्ग पर देखी गई। इसके बाद विभाग ने सुरक्षा कारणों से बुधवार सुबह श्रद्धालुओं को रोक दिया।
हजारों श्रद्धालु दर्शन से वंचित रहे
बुधवार को बड़ी संख्या में श्रद्धालु त्रिनेत्र दरगाह पर दर्शन के लिए पहुँचे, लेकिन सुबह वन विभाग ने किले में बाघ की मौजूदगी का हवाला देते हुए रणथंभौर दुर्ग और त्रिनेत्र गणेश मंदिर मार्ग श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिया। ऐसे में हजारों श्रद्धालु गणेश धाम से निराश होकर लौट गए। कई श्रद्धालुओं ने गणेश धाम के बाहर ही पूजा-अर्चना की।
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