चित्तौड़गढ़ के सेंथी क्षेत्र में स्थित महावीर टेंट हाउस के गोदाम में सोमवार सुबह अचानक भीषण आग लग गई। आग इतनी तेजी से फैली कि कुछ ही देर में पूरा गोदाम धुएं और लपटों से घिर गया। दूर से काला धुआं उठता देख लोग दहशत में आ गए। आग लगने के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है, लेकिन माना जा रहा है कि गोदाम में शॉर्ट सर्किट के कारण आग लगी होगी।
आसपास के क्षेत्र में दहशत
एक दिन पहले ही टेंट के काम के लिए नया सामान मंगवाया गया था। टेंट का सामान, गद्दे, कुर्सियां, कूलर, पंखे सब वहां रखे हुए थे। सुबह जब गोदाम मालिक धाकड़ मोहल्ला निवासी राकेश भड़कत्या और कर्मचारी पहुंचे तो आग कम थी। लेकिन जैसे ही गेट खोला तो हवा के साथ आग बढ़ती गई और विकराल रूप ले लिया। उन्होंने तुरंत इसकी सूचना पुलिस कंट्रोल रूम को दी। सूचना मिलते ही दमकल और सदर थाना पुलिस को मौके पर भेजा गया। आसपास के इलाकों में रहने वाले लोग घबरा गए और लोगों ने मौके पर पहुंचकर गोदाम से सामान बाहर निकालने में मदद की।
फायर ब्रिगेड ने 4 घंटे में आग पर काबू पाया
यह तो गनीमत रही कि फायर ब्रिगेड का कार्यालय घटनास्थल के नजदीक ही था, जिसके चलते कुछ ही मिनटों में दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंच गईं। चार घंटे की लगातार मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया गया, हालांकि गोदाम के निचले हिस्से में आग अभी भी सुलग रही थी। धुएं की मोटी परत और अंदर रखे भारी सामान के कारण दमकल कर्मियों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। आग बुझाने में 4 घंटे से अधिक का समय लग गया।
दीवार तोड़कर पहुंची दमकल
सदर थाने के थानाधिकारी निरंजन प्रताप सिंह तुरंत अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। हालात को देखते हुए जेसीबी मशीन बुलाई गई और टेंट हाउस गोदाम के पीछे की दीवार को तोड़ा गया, ताकि दमकल की गाड़ियां अंदर पहुंच सकें। अब तक आग बुझाने के लिए नगर परिषद की पांच, जिंक की एक और बिरला की एक दमकल मौके पर तैनात की गई थी।
गोदाम में रखा सामान जलकर राख हो गया
मौके पर पहुंचे धाकड़ मोहल्ला निवासी टेंट हाउस मालिक राकेश भड़कत्या ने बताया कि गोदाम में टेंट, कुर्सियां, सजावट का सामान, जेनरेटर व अन्य जरूरी सामान रखा हुआ था। अनुमान है कि इस भीषण आग में लाखों से करोड़ों रुपये का सामान जलकर राख हो गया है। हालांकि नुकसान का सही आकलन बाद में ही हो सकेगा।
स्थानीय लोगों ने की मदद
आग की खबर सुनकर आसपास के लोग भी मौके पर पहुंचे और आग बुझाने में मदद की। कुछ लोगों ने बहादुरी दिखाते हुए अंदर घुसकर जो सामान सुरक्षित निकाला जा सकता था, उसे बाहर निकाला। उनकी तत्परता से कुछ सामान को नुकसान से बचाया जा सका।
आग लगने के कारणों की जांच शुरू
पुलिस व दमकल विभाग की टीमें घटना के कारणों की जांच में जुट गई हैं। प्रथम दृष्टया शॉर्ट सर्किट या अन्य कोई तकनीकी खराबी की आशंका है, लेकिन जांच रिपोर्ट आने के बाद ही सही कारणों की पुष्टि हो सकेगी।
नहीं था कोई इंतजाम
घटनास्थल पर अग्नि सुरक्षा उपकरण उपलब्ध नहीं थे। न तो फायर डिटेक्टर लगाए गए थे और न ही आग बुझाने के लिए अग्निशमन यंत्रों का कोई इंतजाम था। इन बुनियादी सुरक्षा इंतजामों का न होना यह साफ करता है कि आग जैसी आपात स्थिति से निपटने के लिए कोई तैयारी नहीं की गई थी, जिससे हालात और भी बदतर हो गए।
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