अगली ख़बर
Newszop

डूंगरपुर में युवक की पुलिस हिरासत में मौत पर मंत्री खराड़ी का बयान, दो मिनट के वीडियो में देंखे जांच रिपोर्ट पर टिका सारा ध्यान

Send Push

जिले में पुलिस हिरासत में हुई एक युवक की मौत ने प्रशासन और जनता के बीच चिंता और सवाल खड़े कर दिए हैं। इस घटना को लेकर कैबिनेट मंत्री बाबूलाल खराड़ी ने पुलिस का बचाव किया और कहा कि लोगों में पुलिस का डर होना जरूरी है। उन्होंने स्पष्ट किया कि पुलिस किसी निर्दोष व्यक्ति को बिना कारण थाने नहीं ले जाती।

मंत्री खराड़ी ने कहा कि अभी यह तय करना जल्दी होगा कि युवक की मौत पुलिस की हिरासत में हुई कार्रवाई के कारण हुई या नहीं। उन्होंने जोर देकर कहा कि सच्चाई जांच रिपोर्ट आने के बाद ही सामने आएगी। उनके अनुसार, प्रशासन और कानून का अपना निर्धारित तरीका है और जांच पूरी होने से पहले कोई भी निष्कर्ष निकालना उचित नहीं है।

मंत्री के इस बयान के बाद घटना को लेकर विभिन्न राजनीतिक और सामाजिक संगठनों में मतभेद और बहस तेज हो गई है। उन्होंने यह भी कहा कि पुलिसकर्मी अपने कर्तव्यों का पालन कर रहे हैं और यदि किसी को संदेह है तो वह कानूनी प्रक्रिया के माध्यम से कार्रवाई कर सकता है।

वहीं, इस मामले में भारतीय आदिवासी पार्टी के सांसद राजकुमार रोत पर मंत्री ने भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कुछ राजनीतिक दल और उनके नेता घटनाओं का राजनीतिक लाभ उठाने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि मामले की गहन और निष्पक्ष जांच आवश्यक है। मंत्री ने अपील की कि जनता भी शांति बनाए रखे और जांच के नतीजों का इंतजार करे।

पुलिस और प्रशासन ने कहा कि युवक की मौत की स्वतंत्र जांच की जा रही है। जिला अधिकारियों ने बताया कि जांच में सभी पहलुओं को शामिल किया जाएगा, जिसमें हिरासत की परिस्थितियां, स्वास्थ्य स्थिति और अन्य कानूनी प्रक्रिया की समीक्षा शामिल होगी। अधिकारियों का कहना है कि निष्पक्ष जांच के बाद ही सही तथ्य सामने आएंगे।

विशेषज्ञों का कहना है कि पुलिस हिरासत में मौत की घटनाओं में मीडिया और राजनीतिक दबाव के कारण अक्सर अवश्यक निष्पक्षता प्रभावित हो सकती है। इसलिए जांच रिपोर्ट को सार्वजनिक करना और सभी पहलुओं का ध्यान रखना जरूरी है।

स्थानीय नागरिकों और सामाजिक संगठनों ने इस मामले को लेकर चिंता जताई है और उन्होंने सार्वजनिक जवाबदेही की मांग की है। कई लोग चाहते हैं कि मृतक के परिवार को उचित न्याय मिले और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।

इस घटना ने जिले में पुलिस और जनता के बीच संबंधों पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। मंत्री खराड़ी का बयान और जांच की प्रक्रिया अब इस मामले में मुख्य भूमिका निभा रही है। जैसे ही जांच रिपोर्ट सामने आएगी, उससे स्पष्ट हो जाएगा कि युवक की मौत के पीछे क्या कारण थे और किन्हें जिम्मेदार ठहराया जा सकता है।

इस प्रकार, डूंगरपुर में पुलिस हिरासत में हुई युवक की मौत ने प्रशासन, राजनीति और समाज में बहस को जन्म दिया है। मंत्री खराड़ी का बयान और जांच की प्रक्रिया अब सभी की नजरों में है, और लोग रिपोर्ट के निष्कर्ष का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।

न्यूजपॉईंट पसंद? अब ऐप डाउनलोड करें