दौसा के महवा क्षेत्र के खेड़ला बुजुर्ग गांव को पंचायत समिति बनाने का प्रस्ताव सरकार को भेजा जाएगा। शुक्रवार को खेड़ला बुजुर्ग गांव में 6 घंटे चली महापंचायत के बाद यह निर्णय लिया गया। जिला प्रशासन की ओर से एडीएम रामस्वरूप चौहान महापंचायत में पहुंचे और कहा कि प्रस्ताव बनाकर सरकार को भेजा जाएगा। मामले को लेकर कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीना ने कहा कि हमारा आग्रह नहीं है कि खोहरा पंचायत समिति बनाई जाए, लेकिन खेड़ला के लोगों ने कोई मांग नहीं की। हम मिलजुलकर रहते हैं, उनकी बात सरकार स्तर पर उठाएंगे। यहां पंचायत समिति बनाने को लेकर दो गांवों के बीच विवाद चल रहा है। एक गांव खेड़ला बुजुर्ग और दूसरा गांव खोहरा मुल्ला है। खेड़ला बुजुर्ग गांव के लोगों का आरोप है कि खोहरा मुल्ला गांव मंत्री किरोड़ी लाल मीना का पैतृक गांव है और इसलिए इसे पंचायत समिति बना दिया गया, जबकि खेड़ला बुजुर्ग गांव सभी पात्रताएं पूरी करता है। इस मामले में विरोध जताते हुए आज शुक्रवार को दोपहर 12 बजे से खेड़ला बुजुर्ग गांव में महापंचायत हो रही थी। शाम 4 बजे एडीएम रामस्वरूप चौहान महापंचायत में बात करने पहुंचे।
महापंचायत में खेड़ला बुजुर्ग गांव के सरपंच ने आरोप लगाया कि विरोध के चलते पंचायत का खाता फ्रीज कर दिया गया है। महापंचायत के बाद निर्णय लिया गया है कि अगर अब भी मांग पर विचार नहीं किया गया तो मंत्रियों का घेराव किया जाएगा। खोहरा मुल्ला मंत्री किरोड़ी का पैतृक गांव है, जिसे हाल ही में पंचायत समिति बनाने की घोषणा की गई थी। ऐसे में इस गांव से करीब 4 किलोमीटर दूर खेड़ला बुजुर्ग उपतहसील के लोग विरोध में उतर आए। उनका कहना है कि खोहरा मुल्ला की जगह खेड़ला बुजुर्ग को पंचायत समिति का दर्जा दिया जाए। इसी को लेकर शुक्रवार को खेड़ला के भोना बाबा मंदिर परिसर में महापंचायत हुई।
यह था पूरा मामला
राज्य सरकार की ओर से जारी पंचायत पुनर्गठन की अधिसूचना में खेड़ला बुजुर्ग को पंचायत समिति बनाने का प्रस्ताव रखा गया था। इसके बाद 6 अप्रैल को प्रकाशित सूचना में कृषि मंत्री के गांव खोहरा मुल्ला को नई पंचायत समिति बनाने का प्रस्ताव रखा गया। इसके बाद खेड़ला क्षेत्र के लोगों में रोष फैल गया। जिन्होंने पिछले दिनों बैठक कर रैली निकाली थी और विधायक सेवा केंद्र का घेराव भी किया था।
इस संबंध में पूर्व जिला प्रमुख अजीत सिंह ने कहा- खेड़ला बुजुर्ग की जगह खोहरा मुल्ला को पंचायत समिति बनाना इसमें शामिल ग्राम पंचायतों की जनभावनाओं के खिलाफ है और जनहित में नहीं है। आरोप है कि प्रशासन ने राजनीतिक दबाव में प्रस्ताव बदल दिया, ऐसे में जनभावनाओं के खिलाफ निर्णय स्वीकार नहीं किया जाएगा। वहीं, भाजपा नेता महेंद्र सिंह खेड़ला ने कहा कि खेड़ला बुजुर्ग पंचायत समिति बनाने के सभी मापदंड पूरे करता है। इसके बावजूद प्रशासन ने एक गांव को पंचायत समिति बनाने का प्रस्ताव राज्य सरकार को भेज दिया।
दो राजनीतिक दिग्गजों के गांवों को लेकर रस्साकशी
महवा विधानसभा क्षेत्र का खेड़ला बुजुर्ग गांव पूर्व मुख्य सचेतक स्वर्गीय हरिसिंह महुवा का पैतृक गांव है, जबकि खोहरा मुल्ला कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीना और विधायक राजेंद्र मीना का पैतृक गांव है। ऐसे में दो राजनीतिक दिग्गजों के गांवों को पंचायत समिति बनाने को लेकर रस्साकशी जारी है। खेड़ला बुजुर्ग के समर्थन में पूर्व जिला प्रमुख अजीत सिंह ने आंदोलन की कमान संभाली है। वहीं, कृषि मंत्री और स्थानीय विधायक खोहरा मुल्ला को पंचायत समिति बनाने की पुरजोर पैरवी कर रहे हैं।
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