भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के एडिशनल एसपी सुरेन्द्र कुमार शर्मा की गिरफ्तारी के बाद प्रदेश में हड़कंप मच गया है। मासिक वसूली के आरोप में गिरफ्तार इस अधिकारी की जांच ने पूरे सिस्टम को हिलाकर रख दिया है। अब तक की जांच में एसीबी को 50 से अधिक अधिकारियों के नाम पता चले हैं, जो हर महीने एएसपी तक रिश्वत की रकम पहुंचाते थे। इन अधिकारियों की सूची तैयार कर ली गई है, और अब इनसे पूछताछ की तैयारी की जा रही है।
भाग न जाए, इसलिए की मीटिंग
एसीबी की गिरफ्तारी की योजना इतनी गोपनीय थी कि सुरेन्द्र शर्मा खुद भी नहीं समझ पाए कि उनके खिलाफ कार्रवाई हो रही है। 6 मई को जब उनका सवाई माधोपुर से एसीबी मुख्यालय तबादला हुआ, तब से निगरानी बढ़ा दी गई थी। 19 मई को जानबूझकर मुख्यालय में मीटिंग रखी गई, ताकि वे बाहर न जा सकें। उस दिन एएसपी खुद मीटिंग की तैयारी में व्यस्त थे, और एसीबी की टीम ने उन्हें मौके पर ही धर दबोचा।
कोड वर्ड में बात करें तो 'सामान' का मतलब रिश्वत होता है। सवाई माधोपुर में पदस्थापना के दौरान एएसपी ने वन, परिवहन, पुलिस और खनन विभाग के अफसरों से मासिक रिश्वत की व्यवस्थित वसूली शुरू कर दी थी। इसके लिए दो दलाल रामराज मीना और प्रदीप उर्फ बंटी पारीक काम कर रहे थे। एसीबी के पास इन दलालों की रिकॉर्डिंग है, जिसमें वे विभागीय अफसरों को धमकाते और वसूली करते सुनाई दे रहे हैं। 9 जनवरी की रिकॉर्डिंग में सुरेंद्र शर्मा दलाल से कहता है- 'मेरा माल जल्दी लाओ।' यहां 'सामान' शब्द दरअसल रिश्वत की रकम का कोड वर्ड था। एसीबी को अब तक अवैध खनन माफिया और विभागीय अफसरों से जुड़े लेन-देन की पुख्ता जानकारी मिल चुकी है।
पत्नी ने सबके सामने एएसपी को फटकार लगाई
गिरफ्तारी के दिन एसीबी मुख्यालय में उस समय अजीबोगरीब स्थिति पैदा हो गई, जब दो महिलाएं खुद को उसकी पत्नी बताकर सुरेंद्र शर्मा से मिलने पहुंच गईं। एक महिला ने बताया कि वह एक निजी स्कूल में पढ़ाती है और उसने 2009 में शर्मा से प्रेम विवाह किया था। तलाक का मामला कोर्ट में विचाराधीन है। लेकिन दूसरी महिला भी अपने बच्चों के साथ पहुंची और खुद को उसकी पत्नी बताया। इस दौरान महिला की आंखों में आंसू आ गए, जब उसे बताया गया कि सुबह एक और महिला शर्मा से मिल चुकी है। एसीबी अधिकारियों के सामने महिला ने एएसपी को फटकार लगाते हुए कहा कि विवाद हमारे बीच का था, लेकिन रिश्वत ने आपको सबके सामने गिरा दिया।
डीजी ने कहा सबूत पुख्ता, कोर्ट में मजबूती से रखेंगे पक्ष
इस मामले में संदिग्ध भूमिका के चलते सवाई माधोपुर पुलिस चौकी पर तैनात इंस्पेक्टर विवेक सोनी को भी गिरफ्तार किया गया है। एसीबी डीजी डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा ने पुष्टि की है कि चौकी स्टाफ में और तबादले किए जाएंगे। एसीबी डीजी डॉ. मेहरड़ा ने कहा कि सुरेंद्र शर्मा के खिलाफ कॉल रिकॉर्डिंग, बातचीत और रिश्वत के लेन-देन के वीडियो सबूत मौजूद हैं। दलालों के जरिए सीधी बातचीत में जबरन वसूली की मंशा साफ है। हम इस मामले को कोर्ट में मजबूती से रखेंगे।
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